भीकनगांव अस्पताल में डॉक्टर की कमी

खरगोन से इसहाक पठान की रिपोर्ट
खरगोन जिले के भीकनगांव में डॉक्टरों की कमी है। जिसका खामियाजा मरीजों को उठाना पडता है। बता दे एक ओर तो सरकार स्वास्थ्य सेवाओ को लेकर बड़ी बड़ी घोशणाए करते हुए योजनाए शुरू करती है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की कमी से लोगों को रूबरू होना पडता है। कोरोना जैसी बड़ी बीमारी से निजात मिली है, इसके बावजूद भी केंद सरकार और राज्य सरकार की खरगोन जिले की भीकनगांव तहसील पर नजर नहीं है मामला है। भीकनगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आये दिन डॉक्टर व स्टाफ की कमी और अन्य सुविधाओं के कारण मरीजो की परेशानियों का कारण बनता दिखाई देता है। बच्चो के चेकअप से लगाकर ओपीडी में स्टाफ की कमी, भर्ती महिलाओं की जांचों से लेकर पोस्टमार्टम व बीएमओ का चार्ज तक सिर्फ एक डॉक्टर के भरोसे है। इसके बावजूद यहां कोई देखने नही आता। जिस हॉस्पिटल में कम से कम 7 डॉक्टर होने चाहिए थे, वहां सिर्फ 1 डॉक्टर के भरोसे ही भीकनगांव स्वास्थ्य विभाग चल रहा है। डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजो को जिला अस्पताल खरगोन रेफर कर दिया जाता है।