स्व. रमेशजी अग्रवाल ने जीवन पर्यंत समाज को जोड़कर सेवाभाव को मजबूत बनाया

इंदौर । वरिष्ठ समाजसेवी रमेशचंद्र अग्रवाल ने अपने जीवनकाल में सेवा भावना से हमेशा समाज को जोड़ने और मजबूत बनाने का काम किया, बल्कि अपने साथ समाज बंधुओं का एक ऐसा वर्ग भी खड़ा कर लिया, जो आज भी उनके बताए मार्ग पर चलकर नए कीर्तिमान रच रहे हैं। रमेशजी ने देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई और समाज के सक्षम लोगों को अपने साथ जोड़कर जरूरतमंद बंधुओं की सेवा का अलख भी जगाया। उनके सदकर्मों को केवल अग्रवाल समाज तक ही सीमित नहीं रखा जा सकता। वे समूचे वैश्य समाज के आधार स्तंभ रहे। उनके सेवा प्रकल्पों की खुशबू आज भी देश-विदेश में व्याप्त है।
ये प्रेरक विचार हैं हरिद्वार के रामशंकर आश्रम के अधिष्ठाता स्वामी श्रवण मुनि महाराज के, जो उन्होंने आज म.प्र. वैश्य महासम्मेलन एवं अग्रवाल समाज केन्द्रीय समिति के तत्वावधान में गीता भवन सत्संग सभागृह में रमेशचंद्रजी अग्रवाल के जन्मोत्सव पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में व्यक्त किए। सभा में वैश्य संगठनों की और से अरविंद बागडी, प्रेमचंद गोयल, विष्णु बिंदल, कुलभूषण मित्तल कुक्की, गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष राम ऐरन, अग्रवाल समाज केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष राजेश बंसल, नवीन बागड़ी, पूर्व अध्यक्ष संतोष गोयल, किशोर गोयल, गोविंद सिंघल, राधा राजेन्द्र अग्रवाल, राजेश कुंजीलाल गोयल, नरेश अग्रवाल, गौरव अग्रवाल, पुष्पा गुप्ता, राधा-राजेन्द्र अग्रवाल, प्रज्ञा-नीलेश अग्रवाल, नंदकिशोर कंदोई, विनोद अग्रवाल जूनी इंदौर, माहेश्वरी समाज के समाजसेवी रामविलास राठी आदि ने स्व. रमेशजी के चित्र पर पुष्पांजलि समर्पित की।