खरगोन के देवली से पकडी लाखों की लकडी और पांच कटर मशीन

सेंधवा।
दो माह से फरार चल रहे लकड़ी तस्कर दिनेश पिता शिवनाथ को पकडने के बाद वन विभाग ने फिर एक बडी कार्रवाई की है। जिसमें वन अमले ने डीएफओ और एसडीओ के मार्गदर्षन में पांच कटर मशीन और लाखों की लकडी जब्त की है। वन विभागं से मिली जानकारी के अनुसार चाचरिया निवासी आरोपी दिनेश से पूछताछ के बाद वन विभाग के अमले ने बुधवार को डीएफओ अनुपम शर्मा और एसडीओ मणीषंकर मिश्रा ने वन अमले के साथ नागलवाडी के आगे खरगोन जिले के केली के निकट ग्राम देवली में दबिश दी। देवली खरगोन वन मंडल के अंतर्गत आता है इसलिए कार्रवाई में खरगोन वन मंडल को भी बुलाया गया था। वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वन अमले ने यहां चार से पांच घर में 5 कटर मशीन जब्त की है। वहीं 10 लाख से अधिक की कीमत की 6 से 7 घन मीटर लकडी मिली है। बडी मात्रा में सागवान लकडी की सिल्लीया जब्त की गई है। वहीं कुछ निर्माणाधीन फर्निचर भी जब्त किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपी मोहन गुलसिंह है। इसके अलावा दो और आरोपी गनदास और इमदास भी है। जिनके विरूद्ध वन अमले ने प्रकरण बनाए है। बता दें कि अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में वन विभाग की टीम ने धनोरा वन परिक्षेत्र के चाचरिया में मुखबिर की सूचना पर आरोपी दिनेष के कारखाने पर दबिश देकर आरोपी के घर से अवैध लकड़ी का कारखाना जब्त किया था। कार्रवाई में वन विभाग की टीम को मौके से अवैध सागौन लकड़ी की सिल्लियां, फर्नीचर, आरा मशीन जब्त हुआ था। आरोपी तब से ही फरार चल रहा था। जिसे दो दिन पूर्व पकडा गया। इस दौरान आरोपी ने वन अमले पर हमला कर दिया था। जिसमे एसडीओ के वाहन के कांच पफूटे थे। वहीं दो वनकर्मी भी घायल हो गए थे। आरोपी से पूछताछ में वन अमले ने आज बुधवार को खरगोन वन मंडल के देवली में बडी कार्रवाई की है।
कार्रवाई में यह रहे शामिल-
वनमण्डल अधिकारी अनुपम शर्मा, उपवनमंडल अधिकारी मणिशंकर मिश्रा, डिप्टी रेंजर राजकमल आर्य, परिक्षेत्र सहायक अधिकारी प्रदीप पवार, विशाल यादव, अर्जुन चौहान, प्रमोद पवार, वन रक्षक सेवाराम पवार, महेंद्र मराठे, विशाल वास्कले, जुवार सिंह जामोद, संतोष अलोने, कैलाश डावर, नितेश भलसे, दरबार ब्रह्मणे, अखिलेश चौहान, जितेंद्र मुवेल, पुष्पा डुडवे, ऊषा भंडारी, रुक्मणि मंडलोई सहित अन्य शामिल रहे।