परिवारवाद और पूंजीवाद बैकग्राउंड वालों को पछाड़कर जयस युवा विधानसभा तथा लोकसभा में दहाड़ेंगे और आखिरी पंक्ति के लोगों की आवाज बनेंगे- डॉ. हीरालाल अलावा

कुक्षी से सत्येंद्र मिश्रा की रिपोर्ट।
धार जिले के कुक्षी में जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन द्वारा मिशन युवा नेतृत्व 2023 के तहत गुरूवार को जयस महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में आगामी विधानसभा चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव 2024 में अपनी दावेदारी को लेकर जयस द्वारा शक्ति प्रदर्शन किया गया। महापंचायत में निमाड मालवा सहित मध्यप्रदेश के सभी क्षेत्रों से जयस संगठन के करीब 40 हजार कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम में जयस के राष्ट्रीय संरक्षक तथा मनावर से विधायक डॉ. हीरालाल अलावा सहित अन्य ने इस बात पर विषेष जोर दिया कि जयस युवा विधानसभा और लोकसभा में कैसे पहुंचें और गरीबों, आदिवासियों, समाज में आखिरी व्यक्ति की आवाज विधानसभा और लोकसभा में कैसे उठाएं। कार्यक्रम में आदिवासी समाज में शैक्षणिक, आर्थिक, राजनीतिक एवं सामाजिक पिछड़ेपन पर खुलकर चर्चा की गई। जयस के राष्ट्रीय संरक्षक और मनावर विधायक डॉ हिरालाल अलावा ने कहा कि यह कार्यक्रम जयस युवाओं के लिए मध्यप्रदेश के राजनीति में मील का पत्थर साबित होगा। परिवारवाद और पूंजीवाद बैकग्राउंड वालों को पछाड़कर हमारे जयस युवा विधानसभा तथा लोकसभा में दहाड़ेंगे और आखिरी पंक्ति के लोगों की आवाज बनेंगे। डॉ. अलावा ने कहा कि यह जाति, धर्म, पंथ, समुदाय से हटकर सभी वर्ग के लोगों द्वारा मिलकर अपने अधिकारों की लड़ाई का मंच है। 2023 में मध्यप्रदेश में हम मिलकर सरकार बनाने की मुख्य भूमिका में होंगे। आदिवासी वर्ग, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, अन्य पिछड़ी घूमंतू जाति, मांझी-मानकर, धनगर, सेन, प्रजापति, नायक, सिरवी, पाटीदार, साहू, कुशवाहा, यादव समाज, अन्य सभी गरीब वर्ग मिलकर मध्यप्रदेश में 2023 में जयस के नेतृत्व में सरकार बनाने जा रहे हैं।
मध्यप्रदेश के जयस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रविराज बघेल ने कहा कि अभी तक जयस ने 50 से अधिक विधानसभा में क्षेत्रों में ग्राऊंड स्तर पर मजबूती के साथ बूथ स्तर की कमिटी बना ली है। आने वाले कुछ महिनों में हम 80 विधानसभा सीटों पर हर बूथ पर कमिटी बनाने का टारगेट लेकर चल रहे हैं। पांचवीं अनुसूची, पेसा कानून, बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी, अत्याचार जैसे मुद्दों पर हम ग्राऊंड लेबल पर काम कर रहे हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। मध्यप्रदेश में इस बार जयस की सरकार बनेगी।
मध्यप्रदेश के राजनीति की कमान अब युवा ही संभालेंगे।
मध्यप्रदेश जयस के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रपाल मरकाम ने कहा कि आने वाला समय मध्यप्रदेश के युवाओं का है। मध्यप्रदेश के राजनीति की कमान अब युवा ही संभालेंगे। भाजपा की सरकार से मध्यप्रदेश की जनता बहुत परेशान हो चुकी है। संविधान की धज्जियाँ उड़ाकर आदिवासियों, अनुसूचित जातियों, पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीटों को मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार जनरल में कनवर्ट कर रही है। मध्यप्रदेश के सागर जिले के जयस प्रभारी डॉ. अरुण यादव ने कहा कि लोकतंत्र में परिवारवाद और पूंजीवाद नहीं चलेगा। आदिवासी, दलित और पिछड़ा वर्ग मिलकर 2023 में जयस के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में सरकार बनाएंगे।
अंतिम पंक्ति में खड़े तबके के लिए संघर्ष करना भी है
डॉ. हिरालाल अलावा ने यह भी कहा कि आज कल कई ऐसे नेता पैदा हो रहे हैं जिन्हे संवैधानिक अधिकारों का ज्ञान नहीं है, जिन्हे आदिवासियत का ज्ञान नहीं। वे अपनी सारी ऊर्जा विधानसभा और लोकसभा चुनाव के टिकट हासिल करने में खत्म करते हैं, लेकिन हमारा मकसद सिर्फ विधानसभा और लोकसभा में जाना भर नहीं है बल्की वहां पहुंचकर अंतिम पंक्ति मे खड़े तबके के लिए संघर्ष करना भी है।
महापंचायत को इन्होंने भी किया संबोधित-
महापंचायत को जयस के प्रदेश स्तजरीय पदाधिकारियों शिवभानु मंडलोई, इंद्रपाल मरकाम, डॉ दिग्विजय मरावी, राजेंद्र पवार, बबन खिलारी, शीतल डॉ अरुण यादव टेकाम, गौरव चौहान, विमलेश आरबी, बाबू सिंह डामोर, संजय चौहान, देवराज मल्होत्रा, पृथ्वीराज पटेल, रमेश मंडलोई, हितेश कन्नोज, सौरभ पटेल, कमल बामानिया, विक्की धारवाल, अश्विन सोलंकी, सोमनाथ डोडवे, संदीप सोलंकी, सोहन सोलंकी, दीपक बघेल, राजू बघेल, नाहर अलावा, सुनील जमरा, पुष्पराज, जेडी डावर, अनिल सोलंकी, बलवीर कन्नोज, केदार सिरोही, जगदीश महावी सहित अन्य ने संबोधित किया।