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बड़वानी सैनिक स्कूल में होती है अच्छी पढ़ाई, प्रयास करें अभिभावक लड़कियां भी पढ़ सकती हैं सैनिक स्कूलों में

बड़वानी ब्यूरो।
सैनिक स्कूल में शिक्षा और अनुशासन का स्तर बहुत अच्छा होता है। यहां विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का बहुआयामी विकास होता है। इन स्कूलों में कक्षा छठी और नौवीं में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन होता है। अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों के सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए प्रयास करें। प्रारंभ से ही उनकी तैयारी करवायें। ये बातें प्राचार्य डॉ. एनएल गुप्ता के मार्गदर्शन में कार्यरत शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के कॅरियर काउंसलर डॉ. मधुसूदन चौबे ने कॅरियर सेल में परामर्श लेने के लिए आने वाले अभिभावकों को कहीं। इन विद्यालयों में अध्ययन के साथ ही खेल गतिविधियां, निशानेबाजी, घुड़सवारी आदि का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। बौद्धिक और फिजिकल दोनों प्रकार की ट्रेनिंग मिलने से विद्यार्थियों का समग्र विकास होता है। इन स्कूलों में छात्र और छात्राएं दोनों ही अध्ययन कर सकते हैं।
ऐसे होता है एडमिशन
डॉ. चौबे ने बताया कि एडमिशन के लिए होने वाली आल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम का नोटिफिकेशन जारी होता है। यह परीक्षा एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा आयोजित की जाती है। कक्षा छठी में एडमिशन लेने के लिए बच्चे की उम्र 10 से 12 वर्ष एवं नवीं कक्षा में एडमिशन लेने के लिए 13 से 15 वर्ष के मध्य होना चाहिए। सामान्यतः अक्टूबर-नवंबर माह में एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन होते हैं और जनवरी में परीक्षा होती है।
यह होता है परीक्षा का पैटर्न
कार्यकर्तागण प्रीति गुलवानिया एवं किरण वर्मा ने बताया कि एंट्रेंस टेस्ट ऑफलाइन पद्धति पर आधारित होते हैं। ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनमे उत्तर ओएमआर शीट पर देना होते हैं। छठी कक्षा में प्रवेश के लिए होने वाले टेस्ट में गणित, इंटेलिजेंस, इंग्लिश और जनरल नॉलेज के 125 प्रश्न पूछे जाते हैं। गणित के पचास प्रश्न होते हैं, जिनके लिए एक सौ पचास अंक निर्धारित है। शेष तीनों विषयों के लिए पचहत्तर प्रश्न हैं और उनके लिए भी एक सौ पचास अंक तय हैं। ढाई घंटे की समयावधि में पेपर हल करना होता है।
कक्षा नौवीं के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में गणित के पचास, इंटेलिजेंस, सामान्य विज्ञान, अंगेजी एवं सामाजिक विज्ञान के पच्चीस पच्चीस प्रश्न पूछे जाते हैं। कुल एक सौ पचास प्रश्नों के लिए चार सौ अंक होते हैं। इन्हें हल करने के लिए तीन घंटे का समय मिलता है। एंट्रेंस टेस्ट में सफलता में गणित की बड़ी भूमिका होती है।
सैनिक स्कूलों का संचालन केन्द्रीय रक्षा मंत्रालय की सैनिक स्कूल सोसायटी के द्वारा होता है। ये बोर्डिंग स्कूल होते हैं। यहां सीबीएसई पैटर्न पर इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई होती है।
सैनिक स्कूल से संबंधित जानकारी और मार्गदर्शन के लिए आप भी कॅरियर सेल में संपर्क कर सकते हैं।
मार्गदर्शन में सहयोग राहुल भंडोले, राहुल सेन, उमा फूलमाली, अंकित काग, हिमांशी वर्मा, दिव्या पाटिल, स्वाति यादव आदि के द्वारा दिया जा रहा है।

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