जितना हम पाप कर्म से दुर रहेंगे उतना हम सुख के मार्ग पर आगे बढ़ेंगे- पूज्य विजय मुनीजी मसा

सेंधवा। पाप छोड कर ही हम सुखी होने वाले हैं, जितना हम पाप कर्म से दुर रहेंगे उतना हम सुख के मार्ग पर आगे बढ़ेंगे।
उक्त उद्गार देवी अहिल्या मार्ग स्थित जैन स्थानक में ज्ञान गच्छाधिपति प्रकाशचंद जी मसा के आज्ञानुवर्ती पूज्य विजय मुनी जी मसा ने कहे। आपने कहा कि जीवन में हम छोटी छोटी बातों का ध्यान रखकर अनावश्यक पाप कर्म से बच सकते हैं। हमारे दैनिक दिनचर्या में अनेक ऐसे कार्य है, जिसमें विवेक रखकर होने वाले अनावश्यक पाप से बचा जा सकता है। आज हम अपनी पूर्व
संस्कृति को छोड़ पाश्चात्य संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं। वह भी हमारे जीवन में पाप को बढ़ा रहा है।
श्रीसंघ के प्रेमचंद सुराणा ने बताया कि जैसा की सर्वविदित है 2 दिन पूर्व पहलगांव में पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों ने घोर बर्बरता पूर्वक घटना को अंजाम देते हुए निर्दाेष एवं निहत्थे 28 सनातनी पर्यटक भाइयों की नृशंस हत्या की गई। वह अत्यंत ही दर्दनाक, अमानवीय एवं निंदनिय है । उन सभी दिवंगत आत्मा की शांति एवं सद्गति के लिए सकल जैन समाज, सेंधवा द्वारा जैन स्थानक भवन में व्याख्यान के पश्चात समाजजनों द्वारा धर्म सभा में भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित कर प्रभु से प्रार्थना की गई कि दिव्य भव्य आत्माओं को शांति व सद्गति एवं संबंधित परिवारों को इस घोर आघात को सहन करने की सामर्थ्यता प्रदान करें। साथ ही जो इस घटनाक्रम में घायल हुए हैं, उन सभी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की गई।
उक्त धर्मसभा में बीएल जैन, घेवरचंद बुरड, नंदलाल बुरड, अशोक सखलेचा, महेश मित्तल, ओम अग्रवाल, श्याम गोयल, पवन अग्रवाल, हर्ष गोयल, महावीर सुराणा, किशोर सुराणा सहित अनेक समाजजन उपस्थित थे।