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जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए प्रभावी उपाय आवश्यक – राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर

जिले के 8153 वर्ग किमी क्षेत्र में 4785 किमी सड़कें बनी हुई हैं।

  1. जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए प्रभावी उपाय आवश्यक – राज्यमंत्री सावित्री ठाकु
जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्
धार,
जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी उपाय जरूरी हैं। सड़क निर्माण से जुड़े विभागों को सड़कों में सुधार, संकेतक लगाने और तीव्र मोड़ों को ठीक करने के निर्देश दिए गए। वाहन चालकों की आंखों की नियमित जांच कराई जाए और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। लापरवाही से वाहन चलाने वालों के लाइसेंस निरस्त किए जाएं। यह निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग राज्यमंत्री एवं सांसद सावित्री ठाकुर ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दिए। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष सरदार सिंह मेढ़ा, कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, एसपी मनोज कुमार सिंह, सीईओ अभिषेक चौधरी, निलेश भारती,चंचल पाटीदार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार कार्य के निर्देश:
बैठक में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने सभी सड़क निर्माण विभागों को ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। पुलिस प्रशासन द्वारा बिना हेलमेट, शराब पीकर वाहन चलाने, नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने और गलत दिशा में वाहन चलाने वालों पर विशेष अभियान चलाकर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
धार जिले की सड़कें और यातायात दबाव:
धार जिला राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग और अन्य सड़कों की दृष्टि से परिवहन के लिए एक महत्वपूर्ण जिला है। जिले के 8153 वर्ग किमी क्षेत्र में 4785 किमी सड़कें बनी हुई हैं। औद्योगिक महत्व का जिला होने और रेलवे मार्ग के अभाव के कारण यहां भारी, मध्यम और हल्के वाहनों का अत्यधिक दबाव रहता है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। ग्रामीण और जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों से गुजरने वाली सड़कों पर यातायात नियमों के प्रति जागरूकता की कमी है। इसे देखते हुए आदिवासी क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार और त्वरित चिकित्सा सेवा मजबूत करने पर जोर बैठक में ब्लैक स्पॉट्स पर अब तक किए गए सुधारात्मक कार्यों की समीक्षा की गई। गंभीर सड़क दुर्घटनाओं की रिपोर्ट की जांच की गई और और अधिक सुधारात्मक कार्य किए जाने के निर्देश दिए गए। त्वरित चिकित्सा सेवा प्रणाली को और अधिक मजबूत करने के निर्देश दिए गए ताकि सड़क दुर्घटना के मामलों में तत्काल मदद पहुंचाई जा सके। एनएचएआई और एमपीआरडीसी की सड़कों पर साइनेज बोर्ड, मार्किंग और पार्किंग व्यवस्था सुधारने, अतिक्रमण हटाने जैसे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई।सम्बंधित विभागों को इन सभी बिंदुओं पर शीघ्र कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
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