पार्क में 650 करोड़ वर्ष पुराने जीवाश्म को अध्ययन की दृष्टि से संग्रहित किया गया।

आशीष यादव धार
वनपरिक्षेत्र बाग में भूविज्ञान के विद्यार्थियो हेतु अनुभूति शिविर की तर्ज पर विशेष शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में शासकीय होल्कर (आदर्श स्वशासी) विज्ञान महाविद्यालय इन्दौर के भूविज्ञान विभाग के प्राध्यापकगण डॉ. अवधेश कांत सोनी सहायक प्राध्यापक, डॉ. पारूल पाण्डे सहायक प्राध्यापक, कामता प्रसाद भूरतिया सहायक प्राध्यापक, डॉ. लालसिंह सोलंकी सहायक प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राए उपस्थित रहे। शिविर मे डायनासौर फासिल पार्क बाग के गठन, लक्ष्य एवं उपयोगिता से अवगत कराया गया। शासकीय होल्कर (आदर्श स्वशासी) विज्ञान महाविद्यालय इन्दौर के भूविज्ञान विभाग के प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राओ को डायनासौर फासिल पार्क के अधिसूचित क्षेत्र में भ्रमण कराया गया। पार्क में संग्रहित फासिल एवं विभिन्न प्रकार की चट्टानो को दिखाया। पार्क में 650 करोड़ वर्ष पुराने जीवाश्म को अध्ययन की दृष्टि से संग्रहित किया गया है जिसमे डायनासौर के अण्डे, घौसले, शार्क मछली के दांत एवं हड्डिया, शीप एवं घोंघे, समुद्री जीवो के अवशेष तथा वृक्षो के फासिल भी उपलब्ध है। भुविज्ञान विभाग प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राओं ने जीवाश्मो का बारीकी से अध्ययन किया। उनके फोटो लिये एवं आपस मे विचार विमर्श कर उनकी पहचान सुनिश्चित की। विद्यार्थियो मे भारी उत्साह देखा गया। धूप में भी कई घण्टो तक विद्यार्थियो ने पार्क का भ्रमण किया।
शिविर को सर्वप्रथम अशोक कुमार सोलंकी वनमण्डल अधिकारी धार द्वारा संबोधित किया गयावनमण्डलाधिकारी धार द्वारा शिविर का उद्देश्य, पार्क के गठन के उद्देश्य एवं उपयोगिता का संदेश दिया। संतोष कुमार रनशोरे उपवनमण्डल अधिकारी सरदारपुर ने शिविर मे डायनासौर फासिल पार्क बाग का भ्रमण कराया एवं पार्क में उपलब्ध जीवाश्मो की जानकारी देते हुए विद्यार्थियो से शोध कार्य हेतु क्षेत्र की उपलब्धता को बताया। भविष्य में किये जाने वाले शोध कार्य हेतु पार्क प्रबंधन का सहयोग एवं संसाधन हेतु आश्वस्त करते हुए पार्क उन्नयन की दिशा मे शोध करने का संदेश दिया। शिविर मे उपस्थित प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राओ को बाग गुफाओ का भी भ्रमण कराया। गुफाओ के इतिहास, राक पेंटिंग एवं भुगर्भीय घटनाओं से अवगत कराया। डॉ अवधेशकांत सोनी प्राध्यापक भूविज्ञान विभाग शासकीय होल्कर (आदर्श स्वशासी) विज्ञान महाविद्यालय इन्दौर ने छात्र-छात्राओ की जिज्ञाशाओ का समाधान किया। शैलेन्द्रसिंह सोलंकी वनपरिक्षेत्राधिकारी सरदारपुर, धर्मेन्द्र शर्मा वनपरिक्षेत्राधिकारी टाण्डा, वैभव उपाध्याय वनपरिक्षेत्राधिकारी बाग भी कार्यशाला में उपस्थित रहे।