बड़वानी। ग्रीष्म ऋतु के मद्देनजर पेयजल हेतु की जाये सभी समुचित एवं वैकल्पिक व्यवस्थाएं-कलेक्टर, कलेक्टर की अध्यक्षता में समय सीमा बैठक हुई सम्पन्न

बड़वानी। सभी नगरीय निकायों के सीएमओ एवं जनपद पंचायत के सीईओ आगामी ग्रीष्म ऋतु के मद्देनजर क्षेत्र में पेयजल की उपलब्धता के संबंध में अपने क्षेत्रों के मुख्य पेयजल के स्त्रोतों एवं पेयजल प्रदाय की स्थिति का निरीक्षण करे। साथ ही ऐसे क्षेत्रों को भी चिन्हांकित करे जहां भविष्य में पेयजल की कमी की आशंका हो सकती है वहां पेयजल प्रदाय हेतु अन्य वैकल्पिक व्यवस्था देखकर रखे। अगर आवश्यकता पड़े तो निजी ट्यूबवेलों को अधिकृत करे एवं पानी के टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था करे। साथ ही सभी एसडीएम भी अपने क्षेत्र में निगरानी रखे एवं ऐसे स्थान जहां पर विगत वर्षाे में पेयजल की समस्या हुई है, वहां स्वयं जाकर निरीक्षण करे एवं पेयजल व्यवस्था को प्राथमिकता से कराये। वही क्षेत्र में यह भी निगरानी रखी जाये कि पेयजल के अभाव में जिले के वासी दूषित पानी पीकर बीमार नही पड़े।
कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर ने उक्त बाते सोमवार को कलेक्टर कार्यालय बड़वानी के सभागृह में आयोजित समय सीमा बैठक के दौरान कही। बैठक में कलेक्टर ने जिले में पेयजल के स्त्रोतो, पेयजल की समस्या के प्रमुख कारण व उनके निराकरण हेतु किये जाने वाले प्रयासों की समीक्षा की। बैठक के दौरान कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि निर्माण कार्य के कारण पाईप लाईन में टूट-फूट के कारण अगर पेयजल आपूर्ति बाधित होती है तो ऐसे स्थानों पर टैंकर से पानी सप्लाय की व्यवस्थ रखी जाये।
बैठक में दिये गये अन्य निर्देश
– सीएम हेल्प लाईन में दर्ज शिकायतों का जिला अधिकारियों द्वारा सतत् निराकरण दर्ज किया जाये।
– लोकसेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत दर्ज प्रकरण जो कि समय सीमा बाह्य हो गये है। संबंधित अधिकारी पर नियमानुसार जुर्माना लगाया जाये।
– विधानसभा प्रश्नों की जानकारी समय सीमा में जवाब दिया जाये, उक्त कार्य को पेंडिंग न रखे, इसे प्राथमिकता एवं गंभीरता से पूर्ण करे।
– विद्यार्थियों के बनने वाले जाति प्रमाण पत्र हेतु समस्त बीआरसी प्रतिदिन लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करे। इस कार्य की मानीटरिंग डीपीसी करे एवं कार्य नही करने वाले बीआरसी को कारण बताओं सूचना पत्र जारी किया जाये।
– जिले के ऐसे दिव्यांगजन जिन्हे सहायक उपकरणों की आवश्यकता है, उनका चिन्हांकन सामाजिक न्याय विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से किया जाये।
– जिले में आगजनी की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समस्त नगरीय निकायों के सीएमओ जांच दल बनाकर ऐसी जगहों का निरीक्षण करे जहां बड़ी मात्रा में ज्वलनशील सामग्री रखी हुई है। साथ ही संबंधित भवन में लगे अग्निशमन उपकरणों की जांच, फायर एनओसी एवं भवन निर्माण अनुमति की भी जांच करे।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ सुश्री काजल जावला, संयुक्त कलेक्टर श्री सोहन कनाश, सेंधवा एसडीएम श्री आशीष, राजपुर एसडीएम श्री जितेन्द्र कुमार पटेल, बड़वानी एसडीएम श्री भूपेन्द्र रावत सहित विभिन्न विभागों के जिलाअधिकारी तथा वीसी के माध्यम से विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी जुड़े हुए थे।