बड़वानी; उत्तर लेखन की कला में बनें सिद्धहस्त, मिलेगी बड़ी सफलताएं

बड़वानी; प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी की प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य के मार्गदर्शन में कार्यरत स्वामी विवेकानन्द करियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा युवाओं में क्षमता संवर्धन के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है. इसी परिप्रेक्ष्य में उन्हें उत्तर लेखन कला पर कार्य करने के लिए भी मार्गदर्शन दिया जा रहा है.
इन बातों का रखें ध्यान
डॉ. मधुसूदन चौबे ने विद्यार्थियों को बताया कि प्रभावित करने वाला और अधिकतम अंक प्राप्त करने वाला सटीक उत्तर लिखना एक कला है, इसमें सिद्धहस्त होने पर विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं में तो मेरिट में स्थान प्राप्त किया ही जा सकता है. साथ ही पीएससी और यूपीएससी द्वारा आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में बड़ी सफलताएं प्राप्त करने का भी यह आधार है। प्रश्न को बहुत अच्छे से समझें। विचार करें कि उत्तर में किन बिन्दुओं का समावेश किया जाना अपेक्षित है। सिलसिलेवार लिखें, भाषाई शुद्धता और प्रवाहशीलता का ध्यान रखें। प्रस्तुति सुन्दर एवं प्रभावी हो। पठनीय हस्तलिपि में लिखें. हाशिया छोड़ें. आवश्यकतानुसार पॉइंट्स, फेक्ट्स, डेट्स, कोटेशंस आदि का उल्लेख करें। विशेष महत्व की और केन्द्रीय बातों को रेखांकित करें. प्रतिदिन उत्तर लेखन का अभ्यास करें. एक ही विषय पर लघु उत्तर और दीर्घ उत्तर लिखने का प्रयास करें. अपने शिक्षकों या अनुभवी व्यक्तियों से उत्तरों का परीक्षण करवाकर संशोधन हेतु यथोचित मार्गदर्शन प्राप्त करें. करियर सेल द्वारा प्रतिदिन विद्यार्थियों को उत्तर लिखने के लिए मार्गदर्शन दिया जा रहा है। इसमें डॉ. प्रीति गुलवानिया, वर्षा मुजाल्दे, संजू डूडवे, कन्हैया फूलमाली और भोला बामनिया सहयोग दे रहे हैं