अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री पकड़ी, 15 अवैध हथियारों के साथ एक आरोपी गिरफ्तार
-5 देशी पिस्टल, 10 देशी 12 बोर कट्टे के साथ आर्म्स निर्माण की सामग्री जब्त।

सेंधवा। रमन बोरखड़े। अंचल के एक गांव खुरमाबाद में पुलिस ने अवैध हथियारों की एक बड़ी फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। खुरमाबाद गांव में छापेमारी के दौरान पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 5 देशी पिस्टल मैगजीन, 10 देसी कट्टे और हथियार बनाने की सामग्री बरामद की गई है। ग्रामीण थाना परिसर में सोमवार को पुलिस ने प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा किया। एसडीओपी अजय वाघमारे ने बताया कि रविवार को मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली थी कि खुरमाबाद गांव में एक व्यक्ति अवैध हथियारों का निर्माण कर सप्लाई करता है। सूचना के बाद थाना प्रभारी दिलीप पुरी के नेतृत्व में चाचरीया चौकी प्रभारी संजय शर्मा की टीम ने मुखबिर के बताए स्थान पर दबिश दी। यहां
आरोपी कमल सिंह (30) पिता धरम सिंह सिकलीगर निवासी खुरमाबाद अवैध हथियार निर्माण करता हुआ पकड़ाया। आरोपी ने स्वीकार किया कि वह खुद अवैध हथियार निर्माण की फैक्ट्री का संचालन करता है। मौके से पुलिस ने 5 देसी पिस्टल, 10 देसी कट्टे 12 बोर के और अवैध हथियार निर्माण करने की सामग्री को जब्त किया।
आरोपी पर 2 हजार रुपए का इनाम भी घोषित है-
एसडीओपी ने बताया कि आरोपी पहले भी दो बार जेल जा चुका है। 2021 में तीन पिस्टल और 2023 में 12 अवैध हथियारों के साथ उसे गिरफ्तार किया गया था। जनवरी 2025 में भी आरोपी ने भिंड के दीपक सिंह राजावत को बालाजी ढाबा, एबी रोड पर दो देशी पिस्टल मैगजीन सहित बेची थीं। इस मामले में वह फरार चल रहा था। एसपी ने उस पर 2 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था।
हथियारों की फोटो भेजकर करता था सप्लाई
एसडीओपी ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया पर हथियारों की फोटो भेजकर अन्य राज्यों के अपराधियों से संपर्क करता था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं आरोपी का किसी बड़े आपराधिक गिरोह से संपर्क तो नहीं है।
इनकी रही भूमिका- ग्रामीण थाना प्रभारी दिलीप पुरी और चाचरीया चौकी प्रभारी संजय शर्मा की टीम ने मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की। आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस कार्रवाई में निरीक्षक दिलीप कुमार पुरी, एएसआई संजय शर्मा, एएसआई संजीव पाटिल, प्रधान आरक्षक राम किशोर प्रजापति, प्रधान आरक्षक विनोद मीणा, तरुण राठौर, मुकेश यादव, आरक्षक गोंदिया डावर, विकास मोरे, अजय सोलंकी, राकेश सिलोजे, बल बहादुर शक्तावत, रातुसिंह सिंह बघेल, महिला आरक्षक जानू वास्केल, आरक्षक चालक अलकेश मंडलोई, साइबर सेल प्रधान आरक्षक योगेश पाटिल की सराहनीय भूमिका रही।