इन्दौर ; जीएसआईटीएस में अगले वर्ष से बायोटेक्नोलॉजी के साथ होम्योपैथी पढ़ाई जाएगी –निदेशक श्री नितेश पुरोहित

इन्दौर ; कम्युनिटी हेल्थ एवं वेलफेयर के अंतर्गत भारत सरकार के एनीमिया मुक्त अभियान के तत्वावधान में एडवांस्ड होम्यो हेल्थ सेंटर द्वारा एनीमिया जागरूकता रथ सप्ताह का समापन होम्योपैथी महाकुंभ-2025 – 11वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ रविवार को हुआ। 11वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस में इनोवेशन इन होम्योपैथी पर विस्तार से बात की गई। देश के अलग अलग हिस्सों से आए डॉक्टर्स ने होम्योपैथी की सहायता व अपनी प्रैक्टिस और रीसर्च के माध्यम किए जा रहे उपचार के बारे में बताया। साथ ही वर्तमान दौर में चिकित्सा क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की मदद लेने की बात कही। इसके अलावा जीएसआईटीएस कॉलेज में शुरू किए गए बायोटेक्नोलॉजी कोर्स में होम्योपैथी चिकित्सा को भी शामिल किए जाने की पहल करने का निर्णय लिया गया। मुख्य अतिथि सांसद शंकर लालवानी थे। विशिष्ट अतिथि जीएसआईटीएस कॉलेज के डायरेक्टर श्री नितेश पुरोहित,आईएम इंदौर के अध्यक्ष डॉ.नरेंद्र पाटीदार,शिवांग होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज भोपाल के प्राचार्य डॉ.डी.एन. मिश्रा एवं सेम्स इंदौर के रजिस्ट्रार डॉ आनंद मिश्रा थे ।
सांसद श्री लालवानी ने कहा रिसर्च के माध्यम से कई गंभीर बीमारियों का इलाज होम्योपैथी के माध्यम से किया जा रहा है। भारत सरकार सिकल सेल बीमारी को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसमें हमें भी प्रयास करना होंगे। इसके अलावा शादी से पहले ब्लड ग्रुप के मिलान की जरूरत है। इसके लिए मैंने संसद में भी अपनी बात रखी है। जीएसआईटीएस कॉलेज के डायरेक्टर श्री पुरोहित ने कहा कि आज टेक्नोलॉजी का दौर है ऐसे में मेडिकल फील्ड को इससे जोड़ा जाना चाहिए ताकि दोनों की मदद से मरीजों को बेहतर उपचार दिया जा सके। श्री पुरोहित ने कॉलेज में शुरू किए गए बायोटेक्नोलॉजी कोर्स में होम्योपैथी विषय को भी जोड़ने की पहल करने की बात रखी और आयुष मंत्रालय,भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार मंडल (सीसीआरएच) के सदस्य और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य तथा एडवांस्ड होम्यो-हेल्थ सेंटर एवं होम्योपैथिक मेडिकल रिसर्च प्रा.लि.के संचालक डॉ.ए.के. द्विवेदी से कॉन्फ्रेंस के डिटेल्स के साथ इस पर काम करने का निवेदन किया। साथ ही कॉन्फ्रेंस में इनोवेशन इन होम्योपैथी और टेक्नोलॉजी विषय को भी शामिल करने पर सराहना की।
डॉ.ए.के. द्विवेदी ने कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता की। डॉ. द्विवेदी ने हेमेटोहाइड्रोसिस (खूनी पसीना) विषय पर अपनी बात रखी। साथ ही होम्योपैथी दवाओं से दिए उपचार के केस की जानकारी भी प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया।
डॉ.नैना टेमले एमडी पीडियाट्रिक्स स्कॉलर शासकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज भोपाल ने डिस्लेस्किया विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने ब्लाइंड हैंडीकैप यानि न दिखने वाला हैंडीकैप के बारे में बताया। कहा कि इसमें बच्चों को पढ़ने और समझने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस पर डॉ. टेमले ने डिस्लेस्किया के केस भी प्रस्तुत किए। डॉ.जयेश पटेल नेशनल स्पीकर एवं सीनियर होम्योपैथिक फिजिशियन सूरत ने कैंसर एंड होम्योपैथी विषय पर कहा कि ह्यूमन बॉडी में P53 एन्टी जीन्स होता है जो कैंसर सेल को बढ़ने नहीं देता। प्रोग्राम में चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए डॉक्टर्स व अन्य को आयुष रत्न और आयुष मित्र से अलंकृत किया गया। साथ ही सभी वक्ताओं व अथितियों को अनार के पौधे,भगवत गीता भेंट की गई।
कार्यक्रम में श्री दीपक उपाध्याय, डॉ.जितेंद्र पूरी, डॉ.विवेक शर्मा, डॉ.विनय पांडे,कैंसर एंड होम्योपैथी विषय पर वक्ता डॉ. जयेश पटेल, रिसर्च ऑन सिकल सेल डिसिस एंड होम्योपैथी पर डॉ.रेणु मित्तल, रोल ऑफ होम्योपैथी इन ऑटिज्म पर वक्ता डॉ.समीर चौकर,हीमोग्लोबिनोपैथी एंड एचपीएलसी पर डॉ.संगीता पानेरी,सेल्फ एक्सपीरिएंस ऑफ होम्योपैथी ट्रीटमेंट ऑफ आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया पर डॉ.उषा जैन, इनर थॉअट्स एंड इमोशन ऑफ पीपुल सफरिंग फ्रॉम कॉम्पलेक्स एंड सिरियस इलनेस पर डॉ.वैभव चतुर्वेदी,विजन ऑफ इमपॉसिबल टू पॉसिबल बाय होम्योपैथी पर डॉ.अर्पित चौपड़ा जैन, डॉ.नैना टेमले,डॉ.जयश्री राठवां, होम्योपैथी ट्रीटमेंट ऑफ अप्लास्टिक एनीमिया एंड हेमोटोहाइड्रोसिस पर डॉ.ए.के.द्विवेदी ने अपने विचार व्यक्त किये।