वीडियो के माध्यम से जनता को दिखाएंगे जलता हुआ कचरा कलेक्टर ने कहा पीथमपुर की जनता को धन्यवाद जो धैर्य बनाया- कलेक्टर धार
पहले ट्रायल रन में 10 टन कचरा नष्ट किया जायेगा मौके पर मध्यप्रदेश प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों समेत अन्य अफसर मौजूद हैं।

आशीष यादव धार
सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक से इनकार के बाद पीथमपुर में जहरीला कचरा जलाने की प्रक्रिया सुबह शुरू हो गई। करीब 10 बजे कचरा रामकी एनवायरी फैक्ट्री के इंसीनरेटर में ले जाया गया। इसकी 10 टन मात्रा जलाने में करीब तीन दिन लगेंगे। रामकी कंपनी की जिस एनवायरी फैक्ट्री में कचरा जल रहा है, वहां इंदौर ग्रामीण और धार के करीब 24 थानों के 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात हैं। मप्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के रीजनल अधिकारी श्रीनिवास द्विवेदी ने बताया जलाने से पहले 12 कंटेनरों में से 5 से अलग-अलग सैंपल लिए गए। इंसीनरेटर को कुछ घंटे टेंपरेचर सेट होने तक खाली चलाया गया। प्रातः 10 बजे कचरा जलाने की प्रक्रिया शुरू की गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम दो विशेषज्ञ डाक्टरों के साथ कंपनी परिसर के बाहर हैं। फैक्ट्री परिसर के अंदर स्पेशल आर्ड फोर्स के 130 जवान तैनात हैं। परिसर के बाहर डीएसपी रैंक व टीआई व अन्य अधिकारी भी हैं। आसपास के सभी रास्तों की नाकाबंदी की गई है। बिना पूछताछ किसी को भी कंपनी परिसर के पास जाने की इजाजत नहीं है। करीब 650 जवान शहर के अलग-अलग चौराहों, कॉलोनियों और तारपुरा गांव में मौजूद हैं। 10 से ज्यादा गाड़ियां शहर भर में गश्त कर रही हैं।
5 घंटे में 850 डिग्री पर पहुंचा इंसीनरेटर का तापमान कचरा जलाने का प्रोसेस शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे शुरू किया गया। इसके लिए पहले इंसीनरेटर को 850 डिग्री तापमान तक गर्म किया गया। इसमें करीब 5 घंटे का समय लगा। प्रति घंटे 600 लीटर डीजल की खपत हुई। इंसीनरेटर के तैयार होने के बाद कचरा मिक्स कर इसमें डाला गया। सभी कर्मचारी और मजदूर विशेष सुरक्षा उपकरणों के साथ कचरा जलाने का काम कर रहे हैं।
हालांकि, जिस प्लांट में यूनियन कार्बाइड का कचरा जलाया जा रहा है, वहां की चिमनी से धुआं निकलता नहीं दिख रहा है। राख, गैस, सॉलिड पार्टिकल को उचित तरीके से नष्ट करेंगे मध्यप्रदेश प्रदूषण विभाग के रीजनल अधिकारी श्रीनिवास द्विवेदी ने बताया कि कचरे से निकलने वाली राख, गैस, सॉलिड पार्टिकल और पानी को उचित तरीके से नष्ट किया जाएगा। यह पूरा काम केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की निगरानी में होगा।
पुनर्विचार याचिका दायर करेगे:
हाईकोर्ट में याचिका लगाएंगे, रोक लगाने की मांग करेंगे पीथमपुर बचाओ समिति के अध्यक्ष हेमंत हिरोले ने कहा-हाई कोर्ट में 11 झूठे हलफनामे पेश कर कचरे के ट्रायल रन की अनुमति ली गई है। हम जल्द ही इस बारे में एक मीटिंग करेंगे। हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट भी पेश करेंगे। इस कचरे के निष्पादन पर रोक लगाने की मांग की जाएगी।
अवशेष के उचित निपटारे का दावा:
उन्होंने बताया पहले दौर में 10 टन कचरा जलेगा, जिसमें 72 घंटे का समय लगेगा। इसके बाद अगली प्रक्रिया की जाएगी। इससे निकलने वाली राख, गैस, सॉलिड पार्टिकल और पानी को भी उचित तरीके से नष्ट किया जाएगा।इस कचरा जलाने की प्रक्रिया के वक्त केंद्रीय और मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तमाम अधिकारी मौजूद हैं।
प्रोटोकॉल से चल रहा काम:
हाई कोर्ट के आदेशानुसार संबंधित एजेंसी प्रोटोकॉल के अनुसार काम कर रही हैं। लॉ एंड ऑर्डर के लिए इलाके में व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।में पीथमपुर की जनता को धन्यवाद देना चाहता हु जो उन्होंने धैर्य बना कर रखा। वही 10 टन कचरे की प्रक्रिया 72 घंटे तक चलेगी।
प्रियंक मिश्रा कलेक्टर धार