तय समय से 30 मिनट पहले छात्रों को दिया परीक्षा कक्ष में प्रवेश बच्चो पर्चा देख खुश हुए कहा सरल था पेपर।
विद्यार्थियों ने दिया इम्तिहान 25 हजार 988 बच्चो ने दि परीक्षा एक हजार 29 ने नही दिया पर्चा।

आशीष यादव धार
जिले में माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10 वीं बोर्ड की परीक्षा गुरुवार को शुरू हुई। पहला पेपर हिंदी का होने के साथ इतना आसान रहा कि अधिकांश बच्चे पास हो जाएंगे। 10 वीं बोर्ड की परीक्षा शुरू हुई। 25 हजार 988 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। इस बार गहन जांच के बाद तय समय से 30 मिनट पहले बच्चों को कक्ष में प्रवेश दिया। गुरुवार को जिले में एक भी नकल प्रकरण नहीं बना। पहला प्रश्न-पत्र हिंदी का हुआ। इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल के सख्त निर्देशों के कारण सुबह 9 से 12 बजे तक आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए बच्चों को सुबह 8.30 बजे परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया। कलेक्टर प्रतिनिधि की उपस्थिति में सुबह 8.45 बजे केंद्राध्यक्ष के कक्ष में प्रश्न-पत्र के बॉक्स खोले गए। प्रवेश से पहले बच्चों की गहनता से जांच की गई। परीक्षा कक्ष के बाहर बेग सहित अन्य सामग्री रखवाई गई। सिर्फ 1029 बच्चे ऐसे रहे, जो परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाए। इस कारण उन्हें पूरक आएगी और फिर से परीक्षा देना होगी।
पेपर लेते समय सेल्फी:
अधिकारियों ने किया निरीक्षण साथ पेपर लेते समय सेल्फी लेकर भेजी साथ ही केंद्रों का निरीक्षण किया। कक्षा 10 वीं का पहला पेपर गुरुवार को हिंदी का था। आखिरी पेपर 19 मार्च को होगा। वहीं 12 वीं का अंतिम पेपर 25 मार्च को होगा। बोर्ड परीक्षा होने के कारण प्रवेश से पहले सभी बच्चों की जांच की गई। इसके अलावा प्रश्न-पत्र लेने के लिए कलेक्टर प्रतिनिधि व केंद्राध्यक्ष साथ में थाने पहुंचे। जहां पेपर निकालने के बाद सेल्फी लेकर भेजी गई। फिर बंडल लेकर केंद्र पर पहुंचे और परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले प्रश्न-पत्र बाट। परीक्षा सुबह 9 बजे से शुरू हुई, जो दोपहर 12 बजे तक चली। इस बार, छात्रों को केवल 32 पृष्ठों की मुख्य उत्तर पुस्तिका प्रदान की गई है। अतिरिक्त सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं दी जाएगी। इसलिए छात्रों को अपने उत्तर संक्षेप में और सटीक रूप से लिखने की सलाह दी गई।
ईमानदारी की पेटी रखी जाएगी परीक्षा केंद्रों पर:
इस बार परीक्षा केंद्रों पर ‘ईमानदारी की पेटी’ नामक अनोखी पहल की गई है। मंडल द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक परीक्षा केंद्र के बाहर लोहे की एक पेटी रखी जाएगी, जिसमें छात्र अपनी स्वेच्छा से किसी भी प्रकार की नकल सामग्री, जैसे गाइड, चिट आदि डाल सकेंगे। इस पेटी पर स्पष्ट रूप से लिखा होगा कि “यह पेटी स्वेच्छा से नकल सामग्री परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले जमा करने के उद्देश्य से रखी गई है।” यदि कोई छात्र परीक्षा कक्ष में नकल सामग्री के साथ पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ परीक्षा अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नकल पर सख्ती, कॉपियों की सिलाई उखड़ी मिली तो होगी कार्रवाई:
मंडल के निर्देशानुसार, परीक्षा में नकल रोकने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। यदि किसी परीक्षार्थी की उत्तर पुस्तिका की सिलाई उखड़ी पाई गई, तो इसे नकल की श्रेणी में माना जाएगा और उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। परीक्षार्थियों से अपील की गई है कि वे अनुशासन बनाए रखें और परीक्षा में ईमानदारी से शामिल हों।
पेपर सरल था:
पेपर अच्छा गया। परीक्षा केंद्र के अंदर पेपर टाइम से दिया गया और हमें आंसर शीट भरने में भी सहयोग किया गया। हमने पेपर अच्छे से किया है। सारे सवाल किए लेकिन कुछ सवाल ऐसे भी रहे, जो वह नहीं कर पाए। इस बार पेपर सरल आया था
संस्कार यादव विद्यार्थी 10 वी
10 वीं फैक्ट फाइल
103 केंद्र बनाए
कुल दर्ज बच्चे – 27017
कुल सम्मलित – 25988
अनुपस्थित – 1029
नकल पत्र – नही बना
केंद्र पर निरिक्षणो-13