बड़वानी। जल जीवन मिशन के तहत सभी को गुणक्तायुक्त शुद्ध जल की उपलब्धता हो-प्रमुख सचिव
जल जीवन मिशन कार्याे की समीक्षा बैठक हुई आयोजित

बड़वानी। रमन बोरखड़े। जल जीवन मिशन (जेजेएम) भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है जिसका उद्देश्य प्रत्येक ग्राम के हर घर में नल से निर्धारित गुणवत्तायुक्त अनवरत शुद्ध जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। अतः सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को पूर्ण करने के लिए समय सीमा एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से कार्य हो, जिससे कि योजना का लक्ष्य पूर्ण होकर उसकी सार्थकता सिद्ध हो सके।
उक्त बातें म.प्र शासन लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग के प्रमुख सचिव श्री पी नरहरि ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागृह बड़वानी मे जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान कही।
बैठक के दौरान प्रमुख सचिव ने कहा कि जल जीवन मिशन आगे 25 वर्षों के लिए है, इसलिए हमे सुदृढ ढांचा तैयार करना है। समस्त जनपद पंचायत सीईओ समस्त अधीन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भूमिका निर्धारित करे, जहाँ भी कार्य संचालित हो रहे हो वहां का दौरा कर किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण कर 31 मार्च तक सपूर्ण कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करे। जिला पंचायत सीईओं को पूर्ण कार्य पर सतत् निगरानी एवं समीक्षा करने हेतु निर्देशित किया।
बैठक में जिले में नल जल योजना के स्वीकृत कार्याे, एकल योजना एवं समूह योजना की अद्यतन प्रगति, रोड रेस्टोरेशन, कार्यसक्षमता मूल्याकन, हर घर जल घोषित / प्रमाणित ग्रामों की समीक्षा की गई।
बैठक में कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग खण्ड बड़वानी द्वारा बताया गया कि जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित कुल 702 ग्रामों मे से जल जीवन मिशन अतंर्गत 336 ग्रामों की योजनाओं की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई है। स्वीकृति प्राप्त योजनाओं में से 249 ग्रामों मे कार्य पूर्ण ,87 ग्रामों मे कार्य प्रगतिरत है।
वही बैठक में म.प्र.जल निगम के महाप्रबंधक द्वारा जल निगम द्वारा किए जा रहे कार्य की जानकारी दी गई। वर्तमान में जल निगम अंतर्गत सेगवाल 1 में 72ः एवं सेगवाल 2 में 62 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है।
प्रमुख सचिव द्वारा बैठक में दिये गये निर्देश
– समन्वय के साथ युद्ध स्तर पर कार्य कर समय सीमा मे कार्य पूर्ण कर वास्तविक जानकारी फीड करे।
– यह सुनिश्चित करे कि वाकई सभी घर में नल से जल मिल रहा है या नहीं।
– रोड रेस्टोरेशन का कार्य ठेकेदारों से गुणवत्तापूर्ण करवाए जो ना करें उनके खिलाफ कार्यवाही करें।
– नवाचार के तहत जल प्रदाय से संबंधित कोई भी समस्या आए तो 24 घंटे के भीतर उसका निराकरण करवाए ताकि जल प्रदाय व्यवस्था ठप्प ना हो और किसी को भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
यह थे उपस्थित
बैठक मे कलेक्टर सुश्री गुंचा सनोबर, प्रबंध संचालक जल निगम श्री वीएस चौधरी कोलसानी, जिला पंचायत सीईओ सुश्री काजल जावला, प्रमुख अभियंता श्री के. के. सोनगरिया, मुख्य अभियंता श्री वी एस सोलंकी, पीएचई के अधीक्षण यंत्री खरगोन श्री एनएस भिड़े, पीएचई विभाग के ईई श्री आरएस बामनिया, जल निगम के ईई रवि अग्रवाल, सभी जनपदों के सीईओ, उपयंत्री, सहायक यंत्री सहित अन्य उपस्थित थे।