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कार्यों को पूर्ण होने के बाद भी पोर्टल से नहीं हटाया जाता, जिससे नए कार्य नहीं मिल पाते, विधायक बोले विधानसभा में उठाऊंगा मुद्दा, क्षेत्र की विकास की मांग रखेंगे

बैठक में विधायक से बोले सरपंच और जनपद सदस्य

सेंधवा। विधायक मोंटू सोलंकी ने बुधवार को किला परिसर स्थित कार्यालय में क्षेत्र की समस्याओं को लेकर बैठक की। विधानसभा के आगामी सत्र से पहले बैठक में सरपंच और जनपद सदस्यों ने कई मुद्दे उठाए। सदस्यों ने कहा कि मनरेगा के कार्यों को पूर्ण होने के बाद भी पोर्टल से नहीं हटाया जाता, जिससे नए कार्य नहीं मिल पाते और क्षेत्र से पलायन बढ रहा है। वहीं मनरेगा से जुड़ी समस्याओं में सबसे प्रमुख मुद्दा मजदूरों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करने में आ रही नेटवर्क की दिक्कतें रहीं। सामग्री-मजदूरी का 60-40 का अनुपात और नए कार्यों की कमी से होने वाला पलायन भी चिंता का विषय बना।
जनप्रतिनिधियों ने बताया कि मनरेगा के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत को दिए जाने वाले कार्यों को पूर्ण होने के बाद पोर्टल से नहीं हटाया जाता, जिससे नए कार्य नहीं मिल पाते। बेराज निर्माण को लेकर भी गंभीर चिंताएं व्यक्त की गईं। मनरेगा मजदूरी भुगतान में एक वर्ष तक की देरी और 15वें वित्त आयोग की किश्तों के समय पर वितरण की मांग भी प्रमुखता से उठी। विधायक सोलंकी ने सदस्यों की समस्या सुनने के बाद कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य यही है कि हमारे क्षेत्र के विकास के क्या मुद्दे होने चाहिए? जिससे विधानसभा में इन मुद्दों को उठाकर बहस कर हमारे क्षेत्र के विकास के लिए मांग रख सकूं। विधायक ने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टर पदस्थ नहीं है। दवाइयां नहीं मिल रही हैं। वन अधिकार पट्टे लोगों को नहीं मिले हैं। इन सभी मुद्दों को विधानसभा में उठाया जाएगा और सरकार से हमारे क्षेत्र के विकास के लिए मांग रखेंगे।

नपा पार्षदों ने भी बताई समस्या-
नगर पालिका के कांग्रेस पार्षदों के साथ अलग से हुई बैठक में वार्डों में जलापूर्ति की अनियमितता, सड़कों की खराब स्थिति और आवास पट्टों के वितरण में देरी जैसी समस्याएं सामने आईं। विधायक ने सभी मुद्दों को विधानसभा सत्र में प्रभावी ढंग से उठाने का आश्वासन दिया।

क्षेत्र से ग्रामीणों का पलायन-
ग्राम पंचायत के चुने हुए सरपंच मनरेगा योजना को लेकर परेशान है। क्षेत्र में बड़ी संख्या में ग्रामीणों का पलायन भी हुआ है। इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर भी कई मुद्दे सामने आए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी स्कूल है। लेकिन उनमें शिक्षक नहीं है। अतिथि शिक्षकों की भर्ती की है। लेकिन उनको भी 6-6 महीने से वेतन नहीं मिला है। बैठक में जनपद उपाध्यक्ष सीताराम बरडे,नपा विधायक प्रतिनिधि प्रिंस शर्मा,अमित गुर्जर सहित जनपद सदस्य, सरपंच मौजूद रहे

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