चने की फसल पर मंडराया पीला मोजेक का संकट, किसानों की चिंता बड़ी, किसान बोले सोयाबीन के सदमे से उभरे ही नहीं और ये नई मुसीबत।
खंडवा। मुश्ताक मंसूरी। किसानों के सिर पर फिर संकट के बादल मंडराते हुए दिखाई दे रहे हे अभी फसल पर फल लगने का समय आया ही था कि बीमारी ने दस्तक दे दी और चने की फसल को प्रभावित कर रहे जिसके कारण चने की फसल सूखने की कगार पर आ गई है।
सिंगोट क्षेत्र में पैर पसार रहा पीला मोजेक
जिले में अगर देखा जाए तो फिलहाल की स्थिति में सिंगोट क्षेत्र में इसका प्रकोप दिखाई दे रहा है कुछ लोग इसे मौसम के बदलाव से तो कुछ लोग इसे बे मौसम वर्षा की बीमारी के रूप में देख रहे हैं लेकिन वास्तविकता तो कृषि वैज्ञानिक ही बता पाएंगे कि आखिरकार यह रोग कौनसा है।
खरीफ में भी घाटा रबी भी चिंता बढ़ा रही
ग्राम हीरापुर के किसान मुकेश पटेल ने बताया कि हमारे ग्राम में लगभग 100एकड़ चने की फसल पर पीला मोजेक का प्रकोप दिख रहा है जिसके चलते किसान फिर चितिंत हो गए क्योंकि सोयाबीन के सदमे से अभी बाहर भी भी निकल पाए थे कि चने की फसल पर संकट गहराने लगा किसानों की आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय हो जाएगी परिवार का पालन पोषण करने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा उसके बावजूद कृषि विभाग से कोई आमला अभी तक खेतों की सुध लेने नहीं आए जब स्थिति विकराल हो जाएगी तब नाम मात्र औपचारिकता निभाने के लिए मैदानी आमला दिखाई देगा शीघ्र ही क्षेत्र के किसान कृषि अधिकारियों के रवैये को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेगे।