ईओडब्ल्यू की छापेमारी : धार में सोसायटी प्रबंधक के घर ईओडब्ल्यू की छापेमारी, रतलाम में लेखाधिकारी बेटे के यहां भी पहुंची टीमें।
आय से अधिक संपत्ति का मामला, दोनों स्थानों पर कार्रवाई जारी।
आशीष यादव धार
लगातार सहकारिता विभाग में इन दोनों विभाग के कर्मचारियों पर कार्रवाई हो रही है। वहीं एक महीने में दूसरी बड़ी कार्रवाई है।जहां एक और नियमों की दुहाई देने वाला सहकारिता विभाग अपने आप को साफ सुथरा बताता है वहीं जिले के अधिकारी भी इसमें अपनी स्वच्छ छवि कलेक्टर के सामने प्रस्तुत करते हैं। मगर भ्रष्टाचार इस कदर होता है कि ईओडब्ल्यू को छापे मार कर कार्रवाई करनी पड़ती है वहीं पिछले दिनों भी भी छोटा जामन्या कुजरोद में एक कर्मचारी पर कार्रवाई कर करोड़ो की संपति सामने लाने का काम लोकायुक्त ने किया था वही आज सुबह आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने आज रतलाम और धार में बड़ी कार्रवाई करते हुए नगर निगम के अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रतलाम नगर निगम के पूर्व उपायुक्त और वर्तमान में लेखाधिकारी विकास सोलंकी के घर पर ईओडब्ल्यू की टीम पहुंची है। इसके साथ ही, उनके पिता के धार स्थित घर पर भी एक अन्य टीम ने दबिश दी है।
सुबह 6 बजे पहुची टीम:
इसी तरह, रिंगनोद में सोसायटी प्रबंधक नंदकिशोर सोलंकी के यहां पर भी सुबह करीब 6 बजे से ईओडब्ल्यू की कार्रवाई जारी है। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की जा रही है। फिलहाल, ईओडब्ल्यू की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। वही लगातार सहकारिता विभाग में आय से ज्यादा संपति के मामले सामने आ चुके।
वही बता देते कि कहीं शाखा प्रबंधको पर भी वसूली के साथ शाखों में भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं। वही सहकारिता विभाग में कहीं मामले है जो पर्दे के पीछे से होते है।
सहकारिता विभाग में इन दिनों बंदरबांट जारी:
कहने को तो खुद नरेंद्र मोदी व सरकारी का मंत्री अमित शाह मंचों से सहकारिता विभाग की तारीफ करते हैं। ओर राज्य सरकार में खुद मुख्यमंत्री मोहन यादव कहते है। किसानों की साथ सहकारिता के हाथ का नारा बुलंद करते है मगर जमीन स्तर पर देखा जाए तो यहां भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। आए दिन कोई ना कोई मामले सामने आते रहते हैं वहीं अगर धार सरकारिता विभाग की बात करें तो एक महीने में दो मामले आय से अधिक संपत्ति के मामले सामने आ चुके हैं अगर सख्त से कार्रवाई की जाए तो यह कार्रवाई और बढ़ सकती है। वहीं विभाग में आए दिन कुछ ना कुछ मामले होते रहते हैं वहीं पिछले दिनों पलवाड़ा सोसाइटी में भी लाखों रुपए की गबन का मामला सामने आया था। वहीं कई सालों तक राजेंद्र सूरी का मामला भी चर्चाओं में बना हुआ था। जो प्रदेश स्तर पर भी इसकी गूँज अखबार में गूँजी थी। वही इन दिनों विभाग के सभी कर्मचारी गब्बर बनकर बैठे है। यहा बड़े कमर्चारी भी एडे बनाकर पेड खा रहे हैं।