बसाहट के लिए कर रहे पेड़ो की कटाई की तैयारी कॉलोनी निर्माण के लिए पेड़ों की बलि देने की तैयारी, जिम्मेदार मौन
अपने लाभ के लिए पर्यावरण का कर रहे दोहण,पीथमपुर में भू माफिया हुए सक्रिय।
आशीष यादव धार
इन दिनों पीथमपुर में अवैध कॉलोनी की बाढ़ सी आई हुई हैं। भोलेभाले लोगो को बड़े सपने दिखाकर प्लाट बेचने का काम किया का रहा है। पिछले वर्ष नगर पालिका ने कई कॉलोनीनाइजर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया था लेकिन इसके बाद भी भू माफियों पर धड़ल्ले से अवैध कॉलोनियों काटी जा रही है। नगर पालिका द्वारा भी सिर्फ नोटिस देकर खानापूर्ति कर दी जाती है। ताज ट्रेपेजियम जोन सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एक-एक पेड़ की गिनती करवा रहा है। दूसरी तरफ हरियाली का कत्ल नहीं रुक रहा है।
पेड़ो की बलि:
ताजा मामला जयनगर स्थित यूनिवर्सल टाउनशिप का सामने आया है, कॉलोनाइजर ने कॉलोनी बसाने के लिए पेड़ो की बलि देना शुरू कर दी है। बिना किसी अनुमति के कई पेड़ों को काट दिया गया, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है। यह घटना पर्यावरण संरक्षण कानूनों की खुलेआम अनदेखी और प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, जयनगर कॉलोनी में कॉलोनीनाइजर कॉलोनी काटने के लिए जमीन को समतल करने के लिए कई वर्षों पुराने पेड़ों को काटा जा रहा है। यह कार्य न तो वन विभाग की अनुमति से हुआ है और न ही पर्यावरणीय प्रभाव का आकलन किया गया।
अब तक कोई कार्रवाई नही:
मामले में नगर पालिका और प्रशासन ने अब तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कॉलोनी बनाने वाले प्रॉपर्टी डीलर नियमों को ताक पर रखकर अपनी मर्जी चला रहे हैं। लोगो का कहना है कि कि पेड़ काटने से इलाके में हरियाली कम हो जाएगी और वातावरण का संतुलन बिगड़ जाएगा। एडवोकेट आशीर्वाद जोशी ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 और भारतीय वन अधिनियम, 1927 के तहत पेड़ों की कटाई के लिए वैध अनुमति अनिवार्य है। नियमों का पालन न करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई का प्रावधान है।
कार्रवाई करेगे:
आपके माध्यम से जानकारी मिली है, अगर अवैध रूप से पेड़ो की कटाई हो रही है तो कार्रवाई की जाएगी।
प्रमोद गुर्जर एसडीएम पीथमपुर