बड़वानी। कलेक्टर ने किया बड़वानी जिले के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण
बड़वानी। कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग ने गुरूवार को बड़वानी, निवाली व पानसेमल विकासखण्ड के ग्रामो का भ्रमण किया। विकासखण्ड बड़वानी के ग्राम सिलावद निवासी श्री जयप्रकाश राठौड द्वारा उद्यानिकी विभाग के प्रयास से पीएमएफएमई योजना के अंतर्गत स्थापित दाल प्रसंस्करण इकाई का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान श्री राठौड द्वारा बताया कि वर्ष 2022-23 में उन्होने इस योजनान्तर्गत 21 लाख 50 हजार का लाभ ऋण लिया था, जिस पर उन्हे 7 लाख रूपये का अनुदान प्राप्त हुआ । जिससे वह अब स्वयं के साथ-साथ 5 से 7 अन्य लोगो को भी रोजगार का माध्यम उपलब्ध करवा पा रहे है। उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो का कलेक्टर द्वारा अवलोकन कर प्रशंसा की गई ।
कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग ने विकासखण्ड निवाली के ग्राम सुलगॉव निवासी कृषक श्री राजु कोटवाल द्वारा पाली हाउस में की जा रही तरबूज की खेती, पोर्टेबल बायोगैस एवं केचुआ खाद इकाई, प्राकृतिक खेती अंतर्गत कीटनाशक दवाई निर्माण इकाई का निरीक्षण किया । कृषक द्वारा निरीक्षण के दौरान बताया गया कि वह पॉली हाउस में तरबूज के पौधे तैयार कर दो रूपये प्रति पौधे की दर से आसपास के किसानो को पौधे बेच रहे है। साथ ही उन्नत कृषि यंत्रो स्प्रिकलर एवं ड्रीप इरीगेशन का भी उपयोग कर रहे है। पोर्टेबल बायोगेस इकाई के माध्यम से निर्मित गैस का उपयोग स्वयं के घर में भोजन बनाने एवं इससे उत्पन्न अपशिष्ट का उपयोग खाद के रूप में करते है। साथ ही प्राकृतिक खेती के माध्यम से 5 पत्ती काढा व 7 पत्ती काढ़ा का निर्माण कर लहसून की जैविक खेती भी कर रहे है।
इसी दौरान विकासखण्ड निवाली में मध्यप्रदेश भवन विकास निगम द्वारा निर्माणाधीन सीएम राइज स्कूल का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियो को समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य करने हेतु निर्देशित भी किया। साथ ही निवाली स्थित कस्तूरबा बालिका छात्रावास का भी निरीक्षण कर छात्रावास में छात्राओं को दी जा रही सुविधाओं एवं आवश्यक व्यवस्थाओं की भी जानकारी प्राप्त की। साथ ही उन्होने बालाजी स्वसहायता समूह की दीदियो से चर्चाकर समूह द्वारा किये जा रहे कार्यो के संबंध में जानकारी प्राप्त की ।
नगर परिषद निवाली द्वारा अमृत 2.0 योजना के तहत किये जा रहे बावड़ी के जीर्णोद्वार कार्य का भी निरीक्षण कर समय सीमा में कार्य पूर्ण करने हेतु निर्देशित भी किया । विकासखण्ड पानसेमल के ग्राम ओसवाड़ा के कृषक श्री सुनिल शुक्ला द्वारा ड्रीप इरीगेशन के माध्यम से की जा रही केले की खेती का निरीक्षण कर कृषक द्वारा टिशु कल्चर पद्धति, उत्पादन एवं विक्रय संबंधी जानकारी भी दी गई ।