सेंधवा में मातृशक्ति महिला मंडल ने मनाया मकर संक्रांति का पर्व
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सेंधवा। सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक मकर संक्रांति है। हल्दी कुमकुम सौभाग्य का प्रतीक है, जिससे सौभाग्य में वृद्धि होती है। सेंधवा में मातृशक्ति महिला मंडल के द्वारा मकर संक्रांति उत्सव पर हल्दी कुमकुम का कार्यक्रम आयोजित किया गया। महिलाओं ने एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हुए सदा सुहागन रहनें की कामना की। एक दूसरे को हल्दी, कुमकुम लगाकर सुहाग की सामग्री व उपहार बांटे गए। मंडल के द्वारा विभिन्न मनोरंजन गतिविधियां रखी गई। मंडल की रानी सोनी, गीता कानूनगो,वैशाली मंडलोई, राखी आगाल,ममता शर्मा, कृष्णा शर्मा, कोमल कानूनगो, रेखा मंडलोई, पूजा सोनी एवं सभी सदस्य उपस्थित थे।
इस दिन सूर्य देव की पूजा होती है-
इस दौरान महिला मंडल की अंतिम बाला शर्मा ने बताया कि इस दिन सूर्य देव की पूजा होती है। जब भगवान सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करता हैं ,उस दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने एवं दान पुण्य करने का विशेष महत्व बताया गया है। तिल्ली को मुट्ठी में लेते हैं, तो वह फिसल जाती है। लेकिन जब उसे गुड़ के साथ मिला दिया जाता है, तो वह मिठास के साथ मजबूत हो जाती है। ऐसी ही मिठास व मजबूती हर समाज में होनी चाहिए।