4311 बल्क लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की गई, जिसकी मार्केट में कीमत लगभग 47,90,000 रुपये बताई जा रही है।
अवैध शराब की तस्करी में धार पुलिस को मिली बड़ी सफलता

*आशीष यादव धार*
अवैध शराब की तस्करी को रोकने के लिए पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में धार पुलिस ने सफलता प्राप्त की है। हाल ही में थाना पीथमपुर सेक्टर-1 पर पुलिस ने अवैध शराब की तस्करी के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी के बाद विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की गई है।
मुखबिर से मिली सूचना
पुलिस को मुखबिर से मिली सूचना के अनुसार भोंडिया तालाब के पास एबी हाईवे रोड पर बिना नंबर प्लेट वाले वाहन से बड़ी मात्रा में शराब की तस्करी की जा रही थी। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम का गठन किया। इसके तहत पुलिस ने नाकाबंदी की और एक बिना नंबर की आयशर वाहन को रोका। वाहन की तलाशी ली जाने पर 4311 बल्क लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की गई, जिसकी मार्केट में कीमत लगभग 47,90,000 रुपये बताई गई है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 33 वर्षीय सोनू, निवासी सेटेलाइट टाउनशिप, देवास नाका, इंदौर और 36 वर्षीय धन्ना, निवासी कालीदेवी, जिला झाबुआ के रूप में हुई। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपी वैध परमिट या अनुमति नहीं दिखा सके, जिसके चलते उनके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
रिमांड मांगी
थाना प्रभारी ओपी अहिर ने बताया कि आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है और दो दिन की रिमांड मांगी गई है, जिससे यह जानने में मदद मिलेगी कि इतनी बड़ी मात्रा में अवैध शराब को किसे और कहां भेजी जा रही थी। हालांकि, इस पूरी कार्रवाई के बाद एक सवाल उठता है कि धार पुलिस
प्रतिबंधित शराब माफियाओं पर कितना कठोर रुख अपनाती है, जबकि धार आबकारी विभाग की कार्रवाई का स्तर संदिग्ध बना हुआ है। कई लोग इस विभाग को ‘कुंभकर्णी नींद’ की संज्ञा देते हैं, जिसका मतलब है कि आबकारी विभाग समय पर कार्रवाई नहीं करता या फिर शुभ-लाभ के चलते संवेदनशील नहीं होता। ऐसे में पुलिस की प्रशंसा तो होती है, लेकिन आबकारी विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं।
पुलिस आ रही है सख्ती से पेश
धार पुलिस की इस कार्रवाई से यह साफ हो जाता है कि वे अवैध शराब तस्करों के खिलाफ सख्ती से पेश आ रही है। अब देखना यह होगा कि क्या आबकारी विभाग भी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेगा या तस्करों के खिलाफ कार्रवाई का यही सिलसिला आगे भी चलता रहेगा।