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बच्चों को करवाई जंगल की शहर और वन्य प्राणी की दी जानकारी डीएफओ के नवाचार से अनुभूति प्रशिक्षण बच्चो को फलदाल पौधा

सात रेंजर में वन परिक्षेत्र में अनुभूति प्रशिक्षण सह जागरुकता कार्यक्रम आयोजन स्कूली विद्यार्थियों को वन भ्रमण में कराई प्रकृति की अनुभूति।

आशीष यादव धार

शासन द्वारा चलाए जा रहे हैं अनुभूति परीक्षण केंद्रों में बच्चों को जंगल की जानकारी दी जा रही है वनमंडल धार में वन परिक्षेत्र के अंतर्गत मप्र ईको पर्यटन विकास बोर्ड व मध्यप्रदेश वन विभाग ने सह प्रायोजक मप्र राज्य लघु वनोपज व्यापार एवं विकास सहकारी संघ मर्यादित और मप्र कैम्पा के संयुक्त तत्वावधान में अनुभूति: प्रशिक्षण सह जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया। मास्टर ट्रेनर के साथ शासकीय भी इसमें भाग ले रहे है। वन परिक्षेत्र के लगभग 5 से 10 किमी की परिधि में आने वाले शासकीय विद्यालयों के लगभग 126 विद्यार्थियों के दल को वनभ्रमण करवा कर प्रकृति की अनुभूति करवाई जा रही है। मैं वन्य प्राणी का जंगल के प्रति लगाव वह जंगल का मानव के प्रति लगाओ आदि की जानकारी बच्चों को दी जा रही है वहीं बच्चों को कार्यक्रम में आने को प्रकार की जानकारी के साथ अन्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जाती है जिससे बच्चे जंगल वह अवन्य प्राणी के बारे में कुछ सीख सके। वनमंडलाधिकारी धार अशोक कुमार सोलंकी के निर्देश कार्यक्रम का संचालन ह्यो रहा है जिसमें एसडीओ धनसिंह मेडा एवं एसके रणछोरे रेंजर धार कमलेश प्रसाद मिश्रा द्वारा किया गया। जिसमें वन कमलेश मिश्रा व वनपरिक्षेत्र धार के समस्त स्टॉफ की सक्रिय भागीदारी रही।

जंगली जानवरों के साथ विभाग की जानकारी:
वनमंडलाधिकारी ने निर्देश पर सात रेंज में 14 अनुभूति कार्यक्रम होना है इसके लिए हर रोज रेंजवार आयोजन किए जा रहे है इसके मुख्य थीम ‘मैं भी बाघ हम हैं बदलाव’ के विषय में जानकारी दी के साथ तेंदुए के बारे में अनुभूति थीम सॉन्ग सुनाकर बच्चों में नई ऊर्जा का संचार किया गया। सुबह के नाश्ते के बाद विद्यार्थियों को अलग अलग दलों में बांटकर जंगल की जानकारी दे जाती है।शिविरार्थियों को दूरबीन से पक्षी दर्शन, तितलियों का जीवन चक्र, वृक्षों का पर्यावरण में महत्व, वन्य प्राणियों की खाद्य श्रखला में भूमिका, गिद्धों का महत्व जैसे विषयों पर विस्तार से समझाया गया। चीता पुनर्स्थापन व परियोजना पर विशेष उद्बोधन किया जाता है वही नक्षत्र वाटिका के विभिन्न वृक्षों की प्रजातियों के औषधीय और पर्यावरणीय महत्व के बारे में चर्चा की गई प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी हुई। इसमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। शिविर में सभी प्रतिभागियों के भोजन की व्यवस्था भी की जाती है। 

धार वन विभाग का नवाचार दे रहे बच्चो को पौधा:
अनुभूति कार्यक्रम के दौरान बच्चों को जंगल के पौधों की जानकारी साझा की गई। नीलगाय, मोर,, सनबर्ड आदि की उपस्थिति बच्चों द्वारा देखी गई। आयोजन में उत्कृष्ट के छात्र -छात्राओं के साथ-साथ शिक्षको ने भी प्रकृति की पाठशाला का अध्ययन करवाया गया वही। इधर धार डीएफओ सौलंकी द्वारा नवाचार के रूप में बच्चो को एक फलदाल पौधा भी दिया जा रहा है वही जंगल व वन्यप्राणी के प्रति मानव की सझकता के बारे में भी बताया जा रहा है। कार्यक्रम बच्चो को भोजन भी करवाया गया। जैवविविधता प्रश्नावली एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों आयोजन किया गया जिसमें छात्र -छात्राओ  को प्रमाण पत्र वितरित कर पुरूस्कृत किया गया

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