सेंधवा। विधिक सहायता शिविर में विद्यार्थियों को दी कानूनी प्रक्रिया की जानकारी
सेंधवा। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश बड़वानी के निर्देश अनुसार तहसील विधिक सेवा समिति सेंधवा द्वारा निर्मला हाई स्कूल सेंधवा में विधिक सहायता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में न्यायाधीश गण श्रीमती दीपिका मालवीय, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सेंधवा श्रीमती नगीना मरावी, न्यायिक दंडाधिकारी सेंधवा वरिष्ठ अधिवक्ता विमला शर्मा के द्वारा विधिक सहायता शिविर के तहत बालक व बालिकाओं के बीच चर्चा परिचर्चा कर कानूनी प्रक्रिया की जानकारी दी गई।
न्यायाधीश श्रीमती मालवीय के द्वारा विद्यार्थियों को विस्तार से कानूनी जानकारियां देते हुए अच्छा नागरिक बनने की सीख दी गई। नशा किस प्रकार उनके भविष्य को बर्बाद कर सकता है बताया गया। बच्चों के बारे में क्या-क्या कानून है और बच्चों के लिए न्याय दान की प्रक्रिया क्या है? इस बारे में समझाया। न्यायिक मजिस्ट्रेट नगीना मरावी मैडम के द्वारा नशे की आदत से लोगों का जीवन किस प्रकार से बर्बाद होता है बताया गया। नशे से बालकों के भविष्य पर पड़ने वाले विपरीत असर की जानकारी देते हुए समाज को नशे से बचाने के संबंध में बताया गया।
माता-पिता का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया
अधिवक्ता विमला शर्मा के द्वारा विद्यार्थियों को वर्तमान में नशाखोरी, मोबाइल की बीमारी से बचते हुए अपने आप को कैसे सुरक्षित रख के आगे बढ़ा जाए बताया गया। साथ ही वीरता पूर्वक जीवन जीते हुए अपने माता-पिता का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि मिडिल स्कूल से ही कानून का विषय भी शिक्षा में अनिवार्य किया जाना चाहिए, ताकि कानूनी जागरूकता आसानी से हो सके। इस अवसर पर अतिथिगण का आभार शाला के प्रिंसिपल सिस्टर रत्ना के द्वारा व्यक्त किया गया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में असाधारण क्षमताएं होती हैं। यदि वह किसी भी काम को करने का दृढ़ निश्चय कर ले तो कुछ भी मुष्किल नहीं है। विशेष अतिथि शिक्षक अनीता चतुर्वेदी रही। कार्यक्रम का संचालन पालीवाल मैडम के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ो विद्यार्थी और सभी शिक्षक गण उपस्थित रहे।