सेंधवा। एसके फाइनेंस से 24 लाख चुराने के लिए कर्मचारी ने ही बनाई थी योजना, 4 गिरफ्तार
-आरोपी बादल द्वारा अपने साथी भाई रोहित आमकरे, दोस्त शेखर चितावले तथा जिजा महेन्द्र सोलंकी के साथ मिलकर दिया घटना को अंजाम।
सेंधवा। सेंधवा शहर पुलिस द्वारा शहर की चर्चित एसके फाइनेंस में हुए चोरी के प्रयास का शहर पुलिस ने पर्दाफाश किया है। थाना सेंधवा शहर एवं सायबर सेल बड़वानी की संयुक्त टीम द्वारा मात्र 10 दिनों में शहर की वित्तीय संस्था वाले इलाके में हुए चोरी के प्रयास में संलिप्त 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक एसके फाइनेंस में नौकरी करने वाला एक कर्मचारी ही चोरी के प्रयास का मास्टर माइंड निकला है। आरोपी कर्मचारी बादल द्वारा अपने भाई रोहित आमकरे, दोस्त शेखर चितावले तथा जीजा महेन्द्र सोलंकी के साथ मिलकरघटना को अंजाम दिया गया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त कटर मशीन, छैनी, हथौड़ी, पल्सर मोटर साइकिल, मोबाइल किए जब्त किया है।
शहर पुलिस ने बताया कि आरोपी बादल द्वारा एसके फाइनेंस की मजबूत तिजोरी को काटने और तोड़ने के लिए अपने मिस्त्री साथी आरोपी शेखर चितावले को अपनी टीम का हिस्सा बनाया था। लेकिन रात्रि में पुलिस द्वारा मुस्तैदी से गश्त करने एवं लगातार पुलिस द्वारा शहर में घूमने के कारण बिना रुपए चुराए आरोपी तिजोरी छोड़कर भाग गए थे।
पुलिस ने मामले में बादल पिता मांगीलाल आमकरे उम्र 26 साल निवासी अम्बेडकर कॉलोनी सेंधवा। (मास्टर माइंड), रोहित पिता मांगीलाल आमकरे उम्र 24 साल निवासी अम्बेडकर कॉलोनी सेंधवा, शेखर पिता दिलीप चितावले उम्र 24 साल निवासी देवझिरी कॉलोनी सेंधवा और महेन्द्र पिता छगुलाल सोलंकी उम्र 26 साल निवासी ग्राम अतर थाना धनगांव जिला खण्डवा को गिरफ्तार किया है।
24 लाख नगदी रखी थी तिजोरी में- पुलिस ने बताया कि 6 दिसंबर को फरियादी ने शिकायत दर्ज कराई कि एसके फाइनेंस कम्पनी सेंधवा में अज्ञात आरोपियों द्वारा फाइनेंस कंपनी का ताला तोड़कर उसमें रखी तिजोरी को कटर मशीन से काट कर पैसे चुराने की कोशिश की गई। जिसमें 24 लाख 49 हजार रुपए रखें हुए थे। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना सेंधवा शहर पर अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
शहर थाना प्रभारी निरीक्षक बलजीत सिंह बिसेन के नेतृत्व में थाना सेंधवा शहर व सायबर सेल बड़वानी की संयुक्त टीम द्वारा तकनिकी साक्ष्यों का संकलन किया गया।
कर्मचारी मास्टर माइंड आरोपी बादल आमकरे तथा उसके छोटे भाई आरोपी रोहित आमकरे को अभिरक्षा में लेकर तकनिकी साक्ष्यों के आधार पर मनोवैज्ञानिक तरीके से पुछताछ की गई। जिसमें दोनों आरोपी ने अपने साथियों चोरी करने का प्रयास करा कबूल किया।
साढे तीन साल से काम कर रहा था आरोपी-
शहर थाना प्रभारी निरीक्षक बलजीत सिंह बिसेन द्वारा उक्त दोनों आरोपियों से बारीकी एवं सघनता से पूछताछ की गई। जिसमें चोरी के मास्टर माइंड आरोपी बादल आमकरे द्वारा बताया कि मैं पिछले साढ़े तीन साल एसके फाइनेंस में काम करता हूं। जहां पर 5 जून तथा 5 दिसंबर को बड़ी मात्रा में केस का कलेक्शन आता है। दिनांक 5 दिसंबर 2024 को भी कंपनी में लगभग 24 लाख रुपए होने से आरोपी बादल द्वारा अपने भाई रोहित आमकरे, दोस्त शेखर चितावले तथा जिजा महेन्द्र सोलंकी के साथ मिलकर चोरी की घटना की योजना बनाई गई थी। आरोपी शेखर द्वारा बताया कि रोहित और शेखर द्वारा कटर मशीन से तिजोरी तोड़कर रुपए चुराने वाले थे तभी पुलिस की गाड़ी सायरन बजाते हुए आ गई तब आरोपी तिजोरी की छोड़कर भाग गए।
टीम में शामिल – आरोपियों की गिरफ्तारी में निरीक्षक बलजीत सिंह बिसेन, उपनिरीक्षक तोताराम धारसे, संतोष पाटीदार, एएसआई संजय पाटीदार, संजय कुमरावत, लोकेशन पाटील, आर.591 नीरज डांगरे, आर.584 रविन्द्र, आर.69 रेवाराम, आर. ज्ञानेश्वर तथा उपनिरीक्षक रितेश खत्री, प्रआर. योगेश पाटिल, आरक्षक माडिया डावर, अर्जुन नरगावे, अरुण मुजाल्दा सायबर सेल बड़वानी तथा समस्त थाना सेंधवा शहर पुलिस का योगदान रहा।