खंडवा; अतिक्रमणकारियो के हौसले बुलन्द, आज फिर जंगल से भगाया वन कर्मचारियों को
खंडवा मुश्ताक मंसूरी। खंडवा जिले में इंदिरा सागर एवं ओंकारेश्वर परियोजना से वन क्षेत्र का एक बड़ा भूखंड पानी में डूब गया और जिले मे जो बचा है वहां पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा लिया है समय-समय पर वन विभाग अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई तो करता है लेकिन कहीं जगह अतिक्रमणकारियों के विरोध का सामना भी उन्हें करना पड़ रहा है। अब वर्तमान में अतिक्रमणकारियो के हौसले इतने बुलन्द हो गए की वे वन विभाग को वन क्षेत्र मे कार्य करने मे भी दिक्कत देने लगे है यंहा तक की पथराव भी करने से बाज नही आते । अतिक्रमणकारियों ने शुक्रवार सीताबैडि पर वन अमले पर पथराव किया जिसमे आधा दर्जन वन कर्मचारियों को चोट आई तो वंही शनिवार वन अमले की टीम गुड़ी रेंज के नाहरमाल वन क्षेत्र में बिट क्रमांक,745, पर अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। इस दौरान नाहरमाल, पिपल्या खुर्द, लालमाटी, टाकलखेड़ा, टाकलबेडी, डेहरिया एवं अन्य गांव के अतिक्रमणकारियों ने आकर कार्य बंद करवा दिया। यहां पर वन अमला जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने के लिए सीपीटी खुदाई कर रहा था इस दौरान बड़ी संख्या मे अतिक्रमणकारी एकत्रित होकर डिप्टी रेंजर दिपेश श्रीवास से बहस करते हुए काम रुकवा दिया। जंगल बचाने के लिए वन हमले को इस तरह कार्य करने में दिक्कत आ रही है कि वह घायल भी हो रहे हैं और अतिक्रमणकारियों से जूझ भी रहे हैं। इस और मध्य प्रदेश के वन मंत्रालय को ध्यान देने की जरूरत है।
गुडी वनपरिक्षेत्र अधिकारी नरेंद्र पटेल ने बताया की अतिक्रमण कारियो के खिलाफ शासकीय कार्य मे बाधा उत्पन्न करने सहित अन्य धाराओ मे शिकायत दर्ज करवाने के लिए पिपलोद थाने मे शिकायत आवेदन दिया गया है!