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सेंधवा; अग्रिम कर का भुगतान करने का मतलब है कि आपके टैक्स का भुगतान बिना किसी परेशानी के किस्तों में किया जाना

सेंधवा। अग्रिम कर का भुगतान करने का मतलब है कि आपके टैक्स का भुगतान बिना किसी परेशानी के किस्तों में किया जाना, यह आपकी टैक्स देनदारी की गणना करके और टैक्स का भुगतान करने से जुड़े अधिकांश तनाव को दूर करता है। अग्रिम कर आयकर अधिनियम में निर्धारित प्रत्येक वित्तीय वर्ष की चार तिथियों 15 जून, 15 सितम्बर, 15 दिसबंर, 15 मार्च तक 90 प्रतिषत कर का भुगतान आय की गणना करके एडवांस टैक्स का भुगतान कर देना चाहिए, जिससे करदाता पर कर के भुगतान का बोझ कम करने में मदद मिलती है। इससे यह भी सुनिश्चित हो जाता है कि बिजनेस और उनसे होने वाली इनकम को कोई नुकसान ना हो। अतः जो करदाता वर्ष के अंत में अपने आयकर को अग्रिम कर की जगह सेल्फ असेसमेण्ट कर के रूप में भुगतान करते हैं, उन्हें उक्त कर का भुगतान सेल्फ असेसण्ट कर की जगह अग्रिम कर के रूप में करना चाहिए। उक्त विचार आयकर अधिकारी, नेमानी श्रीनिवास ने प्रधान आयकर आयुक्त-1, इन्दौर के मार्गदर्षन में आयोजित कार्यक्रम में कहे।


यह कार्यक्रम शिक्षा प्रसारक समिति द्वारा संचालित स्वामी विवेकानंद शिक्षा महाविद्यालय परिसर पर आयोजित किया गया था। कार्यकम में उन्होंने एडवांस टैक्स भरने के कई फायदे बताएं, उन्होंने बताया कि यदि हम सेल्फ असेसमेण्ट टैक्स भरते हैं तो लगभग 8 प्रतिषत अतिरिक्त कर दायित्व आता है। एडवांस टैक्स भरने से पूरे साल की योजना बनाने में भी मदद मिलती है एवं इससे आपकी शाख भी बनती है। विभागीय कार्यवाहियों का भी सामना नहीं करना पड़ता है। आपने विवाद से विष्वास योजना के संबंध में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उक्त जानकारियां आयकर अधिकारी, सेंधवा के द्वारा पावर प्वाईट के माध्यम से प्रस्तुत की गई।

पारदर्शिता से कार्य करने से परेशानियां कम-
कार्यक्रम में वरिष्ठ कर सलाहकार बी.एल. जैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान समय में व्यापार एवं शासकीय कार्यप्रणाली एक खुली किताब की तरह हो गई है, आयकर विभाग जैसे ही आपका पैन विभागीय पोर्टल पर डालता है तो आपकी सारी वित्तीय जानकारियां विभाग के समक्ष होती हैं, छुपाने के लिए कुछ बचता नहीं है, इसलिए जितना पारदर्षिता से आप कार्य करने की आदत डालेंगे, आपकी परेषानियां कम होंगी। इसलिए निर्धारित समय पर अग्रिम कर का भुगतान करदाता को करना चाहिए। कार्यक्रम में कॉटन व्यपारी संघ के अध्यक्ष गोविन्द गोयल ने कहा कि विभाग के द्वारा ऐसे कार्यक्रमों से जागरूकता बढ़ती है। किराना संघ अध्यक्ष घनष्याम मित्तल ने कहा कि अग्रिम कर किस्तों में भरने पर वर्ष के अंत में हमारे ऊपर वित्तीय भार नहीं बढ़ता है। कार्यक्रम में अनेक व्यापारीगण एवं कर सलाहकार अजय झॅंवर, सी.ए.- मनीष खले, सुमित गॉधी, दिव्येष झॅंवर, भूषण जैन, शैलेन्द्र शर्मा उपस्थित थें। कार्यक्रम का संचालन आयकर निरीक्षक, अमित कुमार रावत द्वारा किया गया।


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