उपजेल में विचाराधीन कैदी की मौत, हार्ट अटैक की आशंका
दुष्कर्म (धारा 376 और अन्य) मामले में विचाराधीन होकर सेंधवा उपजेल में बंद था।
सेंधवा। शहर के किला परिसर स्थित उपजेल में विचाराधीन कैदी की सोमवार सुबह मौत हो गई। सीने में दर्द होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने हार्ट अटैक की आशंका जताई है। जेल प्रशासन ने थाना पुलिस और कैदी के परिजनों को सूचना दी है।
जानकारी के अनुसार निवाली के समीप वझर गांव का रहने वाला शेरू (35) पिता दरबार 9 सितंबर से दुष्कर्म (धारा 376 और अन्य) के मामले में विचाराधीन होकर सेंधवा उपजेल में बंद था। सोमवार सुबह उसे सीने में दर्द हुआ। इस पर जेल प्रहरी कैदी को सिविल अस्पताल लाए थे। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
सिविल अस्पताल के डॉ विजेंद्र कालेन ने बताया कि सुबह 6 बजे के करीब जेल प्रशासन से प्रहरी कैदी को लेकर आए थे। प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक से मौत होना लग रहा है। पोस्टमार्टम के बाद असल कारणों का पता चल पाएगा। इधर, जेल प्रशासन ने मृतक के परिजन को सूचना दी गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
सांस लेने में तकलीफ हो रही थी-
उपजेल के जेलर महेंद्रसिंह रघुवंशी ने बताया कि बंदी को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। जेल पहुंचकर बंदी को बैरक से निकाला। जेल एंबुलेंस से सिविल अस्पताल लाया गया। बंदी शेरू पिता दरबार दुष्कर्म के मामले में ठछै की विभिन्न धाराओं में 9 सितंबर 2024 से जेल में बंद होकर विचाराधीन था। बंदी ने पहले कभी स्वास्थ्य संबंधी शिकायत नहीं की थी, वह पूरी तरह स्वस्थ था।