साइबर अपराधो से बचाव के लिए पुलिस मुख्यलत ने एडवाईजरी की जारी
साइवर अपराधों से बचाव के आवश्यक सुझाव, साइवर खतरे जो किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं-
खंडवा मुश्ताक मंसूरी! डिजिटल अरेस्ट सिर्फ एक स्कैम है। कोई भी वैद्य अधिकारी (साइबर क्राइम यूनिट, CID, RBI, पुलिस, कस्टम अधिकारी तथा अन्य सरकारी संस्था) आपको कभी कॉल कॉल या वीडियो कॉल पर रिस्ट नहीं करते हैं। नकली पुलिस के रौब में आकर कभी वीडियो कॉल पर सरेंडर न करें, क्योंकि डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई चीज नहीं। होती। फर्जी सजा के खौफ में फैसला करने से बचें। किसी भी संदिग्ध कॉल या धमकी पर यकीन करने से पहले रुके, सोचें और फिर एक्शन लें।
- हमेशा अनजान लिंक पर क्लिक न करें तथा किसी के द्वारा शेयर की गई APK फाइल को डाउनलोड करने से बचें। फिशिंग एक बड़ा खतरा है, लेकिन थोड़ी सतर्कता से हम अपनी पर्सनल जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं।
अपना पासवर्ड किसी को नहीं बताएं। आपको अपने सभी सोशल मीडिया एकाउंटऔर अन्य ऑनलाइन एकाउंट के लिए जटिल पासवर्ड रखना चाहिए। अच्छा हो कि आप नियमित अंतराल पर अपना पासवर्ड बदलते रहें। सभी सोशल मीडिया एकाउंट में two factor authentication का इस्तेमाल करें।
- किसी के कहने पर रिमोट एक्सेस ऐप जैसे QUICK SUPPORT, ANY DESK, TEAM VIEWER या अन्य एप डाउनलोड ना करें। अपने बैंक तथा कार्ड का ब्योरा जैसे कि एकाउंट पासवर्ड, कार्ड नंबर, CVV वैद्यता समाप्ति तिथि, PIN, OTP इत्यादि किसी के साथ साझा न करें।
नकली instagram, facebook, telegram और whatsapp विज्ञापनों से सावधान रहें., जिनमें मशहूर व्यक्तियों के नकली फोटो या वीडियो का प्रयोग करके आम लोगों से शेयर मार्केट में पैसे लगवाने के नाम पर उनके साथ धोखा किया जाता है। Fake Investment और Stock Market के फर्जी दावों से दूर रहे। ऐसे दावों की जांच करें और मान्यता प्राप्त संस्थाओं पर ही भरोसा करें।
इंटरनेट पर फेक कस्टमर केयर नंबर सर्च करने से बचें। संबंधित वेबसाइट या एप्लीकेशन के माध्यम से कस्टमर नंबर/हेल्पलाइन नंबर खोजे।
नागरिकों अनुरोध है वे अपने बैंक खाते, सीम व अन्य पर्सनल दस्तावेज न किसी को बेचें और न ही किराए पर दें। ऐसे खातों का उपयोग साइबर धोखाधड़ी जैसी अवैध गतिविधियों के लिए हो सकता है। ऐसे बैंक खातों में साइबर धोखाधड़ी जैसी अवैध गतिविधियों में शामिल होने पर गिरफ्तारी सहित अन्य कानूनी परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
यह भी जानें-
अगर आप साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत 1930 या www.cybercrime.gov.in पर या नजदीकी थाने में रिपोर्ट करें। किसी भी प्रकार के Cyber Crime की Report करने के लिए (Screenshot / Fraud Transaction का Reference No./ UTR No./ दिनांक/ समय और Transaction राशि) आवश्यक है। https://cybercrime.gov.in/
किसी Fraud (भारतीय नंबर) Number Call/ SMS / WhatsApp की Report के लिए (Call Time, Chat का Screenshot आवश्यक है) https://sancharsaathi gov.in/sfc/ Mobile गुम । चोरी होने की रिपोर्ट के लिए (Mobile Bill / थाने में दिए आवेदन की कॉपी या Complaint No. आवश्यक है)
पुराना मोबाइल खरीदते समय संबंधित वेबसाइट पर IME। वेरिफिकेशन अवश्य करें तथा बिल अवश्य लें।अपने नाम से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों की जांच करें व अतिरिक्त नंबर बंद कराएं।अच्छे साइबर सिटिजन बने। साइबर सुरक्षा के लिए एहतियात बरतें और अपने मित्रों और परिवार को भी बताएं। याद रखें, आपकी सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी है. सजग रहकर साइबर ठगों को मात दें।