शहीद जननायक टंट्या मामा के 135वां बलिदान दिवस पर मंत्री डॉ विजय शाह ने ग्राम बडोदा अहीर पहुंच कर दी श्रद्धांजली
टंट्या मामा की स्मृति में प्रदेश सरकार ने बड़ौदा अहीर में भव्य स्मारक का निर्माण किया
खंडवा। मुश्ताक मंसूरी। जन नायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस के अवसर पर मंत्री विजय शाह क्षेत्रीय विधायक छाया मोरे के साथ जन्मस्थली बडौदा अहीर पहुंच पुण्यतिथि के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए। साथ ही इस अवसर पर प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि टंट्या मामा मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के जनजातीय क्षेत्रों में ब्रिटिश शासन के खिलाफ जन आंदोलन के नायक थे। उन्होंने अपने समुदाय को संगठित किया और अत्याचारों के खिलाफ आवाज़ उठाई। टंट्या मामा ने अमीरों से धन छीनकर गरीबों और वंचितों की मदद की। उनके इस कार्य ने उन्हें आमजन का नायक बना दिया। मंत्री श्री शाह ने कहा कि उन्होंने गुरिल्ला युद्धकला अपनाई। जिससे ब्रिटिश सेना उन्हें पकड़ने में लंबे समय तक असमर्थ रही। ब्रिटिश सरकार द्वारा 4 दिसंबर 1889 को टंट्या मामा को गिरफ्तार कर जबलपुर में फांसी दे दी गई थी। यह दिन उनके साहस, बलिदान और राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को याद करने का है। उनका बलिदान सामाजिक जागरण से समानता लाने की दिशा में प्रेरणा का स्रोत है।
गौरतलब है कि क्रांतिकारी टंट्या भील जनजातीय समुदाय में टंट्या मामा और भारतीय रॉबिनहुड के रूप में जाने जाते हैं। वे स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख योद्धा थे। उन्होंने ब्रिटिश शासन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ संघर्ष किया और समाज के गरीब एवं वंचित वर्गों की मुक्त हस्त से मदद की। प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि क्रांतिकारी टंट्या मामा का जन्म 26 जनवरी 1842 को मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के पंधाना बड़ौदा अहीर में हुआ था। भाजपा सरकार द्वारा शाहिद टंट्या मामा की इस प्रति में उनके गांव में एक भाव स्मारक का निर्माण किया गया साथ ही क्रांतिसूर्य टंट्या मामा की समाधि पातालपानी में स्थापित की गई है। आयोजित पुण्यतिथि कार्यक्रम को क्षेत्र की विधायक छाया मौर्य ने भी संबोधित करते हुए टंट्या मामा को याद करते हुए उनके जीवन प्रसंग के अशं सुनाएं एवं उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में मंत्री कुंवर विजय शाह पंधाना विधायक छाया मोरे, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिव्यदित्य शाह,पंधाना जनपद अध्यक्ष उपस्थित रहे।