खरगोन। बीएमओ ने टीम सहित दबिश देकर बंगाली डॉक्टर के क्लीनिक को किया सील
खरगोन। अनूप तिवारी। जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर ग्राम उमरखली में शनिवार दोपहर को गोगांवा बीएमओ ने टीम के साथ दबिश देकर एक बंगाली डॉक्टर पर कार्रवाई कर क्लीनिक को सील कर दिया। टीम सदस्यों का कहना था कि डॉक्टर के पास अधिकृत डिग्री नहीं होने के बाद भी एलोपैथी पद्धति से मरीजों का उपचार करने की शिकायत मिली थी। इसी पर कार्रवाई कर रहे है। वहीं डॉक्टर का कहना था कि शिकायत और कार्रवाई द्वेष पूर्ण है, क्योंकि गांव सहित जिले भर में और भी डॉक्टर है जो अन्य पैथी की डिग्री होने के बाद भी एलोपैथी पद्धति से मरीजों का उपचार कर रहे है। कार्रवाई की जानकारी मिलते ही गांव सहित आसपास के डॉक्टर क्लीनिक बंद कर रफूचक्कर हो गए।
शिकायत मिलने पर की कार्रवाई
नायब तहसीलदार रामकृष्ण अहिरवार ने बताया कि गोगांवा ब्लॉक के ग्राम उमरखली में डॉक्टर निखिल विश्वास के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुई थी कि ये बिना एलोपैथी डिग्री के बावजूद मरीजों का इसी पद्धति से इलाज कर रहे है और इंजेक्शन और बॉटल भी लगा रहे है। इसी शिकायत पर यहां कार्रवाई की गई। जब उनसे पूछा गया कि गांव में और भी डॉक्टर है जो एलोपैथी से इलाज कर रहे है तो उनका कहना था कि शिकायत मिलने पर आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
एलोपैथी दवाइयां, इंजेक्शन मिले-
गोगांवा सीबीएमओ मीनाक्षी चौहान ने बताया कि जांच में डॉक्टर के क्लीनिक पर एलोपैथी दवाइयां, इंजेक्शन मिले है। साथ ही इलाज करने के इक्यूपमेंट भी प्रॉपर स्टेरलाइज करना नहीं पाए गए। दवाइयां जप्त करके क्लीनिक को सील किया गया है। इस दौरान गोगांवा एमो अनुराग पांडे, बरुड थाना टीआई लक्ष्मण लौवंशी सहित टीम सदस्य मौजूद रहे।
डॉक्टर ने स्वयं बॉक्स उठाकर रखे गाड़ी में
कार्रवाई के दौरान डॉक्टर निखिल विश्वास ने टीम सदस्यों को पूरी तरह सहयोग किया। यहां तक कि दवाइयों को सील करने के लिए बांधे गए कपड़े की सिलाई भी उन्होंने की। साथ ही बाद में दवाइयों के बॉक्स उठाकर गाड़ी में रखने में भी मदद की। डॉक्टर का कहना था कि उनके खिलाफ गांव के ही किसी व्यक्ति ने द्वेष पूर्ण भाव से शिकायत कर कार्रवाई करवाई है। जबकि गांव ही नहीं पूरे जिले में डॉक्टर है जिनके पास होम्योपैथी और आयुर्वेद्बकी डिग्री है लेकिन वो एलोपैथी पद्धति से इलाज कर रहे है।