खंडवा। अतिक्रमणकारियों को बेदखल करने को लेकर शुरू हुई मुहिम, ग्रामीण बोले बाप दादा के समय से 5 एकड़ जमीन पर कर रहे खेती
खंडवा। मुश्ताक मंसूरी। वन विभाग लाख कोशिशें करे, लेकिन प्रदेश में वन अतिक्रमणकारी जंगलों पर कब्जा जमाए हुए हैं, और धीरे-धीरे ये जंगलों को खोखला करते जा रहे हैं । हालांकि ऐसा नहीं है कि वन अमला इस बात से अनजान है, और कुछ कार्रवाई नहीं कर रहा है । लेकिन इसको लेकर वन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ एक ठोस कार्रवाई की दरकार है, जो कि शायद अब देखने को मिल सकती है । प्रदेश के खंडवा जिले में इसको लेकर वन अमले ने कमर कस ली है, और अब सख्ती से इन वन अतिक्रमणकारियों से निपटने को लेकर शुरुआत वैधानिक कार्रवाई से करते हुए, करीब 260 अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं ।
वन विभाग से जारी नोटिसों का जवाब देने कि सोमवार को अंतिम तारीख थी । इस बीच वन विभाग को करीब 30 से अधिक अतिक्रमणकारियों के जवाब मिले भी हैं, जिस पर अब दस्तावेजों की जांच पड़ताल के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी । तो वहीं वन अमले का कहना है कि, इस बार एक मुहिम के रूप में सख्ती से कार्रवाई की जाएगी, और अतिक्रमणकारियों के जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर पूरे बल के साथ बेदखली की कार्रवाई भी अंजाम दी जाएगी । हालांकि इसको लेकर अतिक्रमणकारियों का कहना है कि वे अपने बाप दादा के समय से यहां रह कर खेती कर रहे हैं, इसलिए उन्हें इस भूमि का पट्टा दिया जाना चाहिए ।
एक एक आदमी ने किया है 5 – 5 एकड़ पर कब्जा
वन विभाग के नोटिस का जवाब देने डीएफओ कार्यालय पहुंचे ग्राम बोरखेड़ा खुर्द के ग्रामीण संतोष जमरे ने बताया कि उन्होंने साल 1998 से जमीन पर कब्जा किया हुआ है और अभी उन्हें हटाने का नोटिस दिया है । जिस पर वे अपने 1998 से कब्जे का सबूत देने आए हैं । उनके पिताजी के समय से वे वहीं रह रहे हैं और उनकी पैदाइश भी वहीं की है, और उस समय से ही वे वहां कब्जा कर खेती कर रहे हैं । वहां एक एक आदमी के पास करीब 5 एकड़ कब्जे की जमीन पर खेती है, और ऐसे करीब 12 से 15 लोग वहां रहते हैं, जिन्हें अब नोटिस मिला है । उसीका जवाब पेश करने वे लोग यहां आए हैं, फिर आगे देखेंगे क्या होता है । इसके पहले भी उन लोगों ने पट्टे के लिए आवेदन दिया था, जिसे बगैर कोई कारण बताएं खारिज कर दिया गया था ।
नोटिस जारी कर दिया था 15 दिनों का समय
इस मामले को लेकर खंडवा एसडीओ आईएफएस निधि चौहान ने बताया कि, गुड़ी क्षेत्र में वन भूमि पर जो अतिक्रमणकारियों ने कब्जा किया हुआ है, उसको लेकर पहले भी कई बार कार्रवाई की गई है । किंतु इस बार ठोस वैधानिक कार्रवाई करने के लिए हमने मुहिम चलाई हुई है, जिसके अंतर्गत वन मंडल अधिकारी के द्वारा जिन लोगों ने वन भूमि पर अतिक्रमण किया हुआ है उन्हें अतिक्रमण से संबंधित नोटिस जारी किए गए थे । जिनमें उनसे पूछा गया है कि क्योंकि उन्होंने अतिक्रमण कर रखा है तो क्यों ना उन्हें वहां से हटाया जाए, और इसको लेकर उन्हें 15 दिन का समय दिया गया था, जो कि आज समाप्त हो रहा है । इसलिए उन्हें आज दिनांक तक अपना जवाब प्रस्तुत करना था ।
जवाब देखकर तय होगी बेदखली की कार्रवाई
वहीं आईएफएस चौहान ने बताया कि इस नोटिस के संबंध में आज कुछ लोगों के द्वारा अपना जवाब प्रस्तुत किया गया है, जिस पर अब उनके द्वारा दिए गए दस्तावेजों की जांच पड़ताल की जाएगी । उस क्षेत्र में अलग-अलग 10 भागों में अतिक्रमण किया गया है तो, उसको लेकर हमारे पास जितने भी अतिक्रमण के मामले दर्ज थे, उन सभी लगभग 260 लोगों को नोटिस जारी किए गए थे । जिनमें से आज की अंतिम तारीख तक करीब 30 से 40 लोगों के जवाब हमें मिले हैं, और अभी आगे देखा जाएगा कि कितने लोगों के जवाब और इस मामले में मिलते हैं । अब आगे नोटिस को लेकर जो जवाब मिले हैं, यदि वे संतोषजनक नहीं पाए जाते हैं, तब वैधानिक रूप से बेदखली के नोटिस जारी कर नियमानुसार आगे की कार्रवाई आगे की जाएगी