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सेंधवा नजूल भूमि मसला; आर्य ने फिर राजस्व मंत्री से मुलाकात कर चर्चा की

सेंधवा। नजूल प्रकरण की कार्यवाही के संबंध में अनुसूचित जनजाति आयोग राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक बार फिर राजस्व मंत्री से मुलाकात कर नजूल भूमि संबंधी मसले के निराकरण के संबंध में चर्चा की।
भाजपा प्रवक्ता सुनील अग्रवाल ने बताया कि सेंधवा शहर में आवासीय व व्यवसायिक भूमि पर निर्माण किए जाने पर तत्कालीन एसडीएम द्वारा नजूल की भूमि का स्वामित्व बता कर मकान मालिकों को नोटिस जारी नजूल भूमि पर किस आधार पर निर्माण करने संबंधी साक्ष्य मांगे है। जिसकी वजह से आवासीय व व्यवसायिक लोगों में भय की स्थिति निर्मित होकर सरकार के खिलाफ आक्रोश है। पीड़ित लोगों ने अपने स्वामित्व की भूमि को नजूल की भूमि बताते हुए मिले नोटिस के संबंध में अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य से समय समय पर मिलकर अपना विरोध दर्ज करवाया है। साथ ही लोगों ने आर्य से नजूल भूमि संबंधी प्रकरण का हल करने की मांग रखी गई थी। इसके संबंध में आर्य ने राजस्व मंत्री करणसिंह व मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात कर शहर के नागरिकों का पक्ष रखा है। साथ ही स्वामित्व के आवश्यक दस्तावेज देते हुए समस्या के निकारण के संबंध में मुलाकात की जा चुकी है। सीएम से मुलाकात पर मुख्यमंत्री यादव व राजस्व मंत्री करणसिंह ने आश्वासन दिया था कि इस समस्या का शीघ्र निराकरण किया जाएगा। मुलाकात के एक माह के बाद नजूल के संबंध में क्या कार्यवाही हुई है? इस संबंध में अजजा आयोग राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्य ने राजस्व मंत्री करणसिंह से गुरुवार को मुलाकात की।

आर्य ने नजूल भूमि जो आवासीय होकर 100 वर्ष से अधिक समय से भूमि का स्वामित्व रखते हुए निर्माण व उपयोग किया जाता रहा है। आमजनों का कहना है इस बीच सरकार के तत्कालीन कलेक्टर द्वारा दिशा निर्देश देकर खसरे में भूमि को नजूल भूमि में परिवर्तन की गई। जिसके कोई नोटिस नहीं दिए गए और ना दावे आपत्ति ली गई थी। आमजनों का कहना है खसरे में क्या परिवर्तन किए गए, इसकी जानकारी से आमजन अनभिज्ञ थे। तत्कालीन एसडीएम द्वारा नगर के कुछ हिस्से को जो आवासीय या व्यवसायिक भूमि को नजूल भूमि बताते हुए नोटिस जारी किए गए थे। जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त होकर लोगों ने सासंद गजेंद्र सिंह पटेल व अजजा आयोग राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्य से मिलकर अपना विरोध जता कर अपने स्वामित्व के दस्तावेज प्रस्तुत किए गए थे।

उक्त भूमि पर नपा द्वारा राजस्व की वसूली भी की जा रही थी। इस संबंध में आर्य द्वारा पुनः राजस्व मंत्री करणसिंह से मुलाकात की गई। जिसको लेकर मंत्री करणसिंह ने बताया कि इस संबंध में कार्यवाही प्रचलित है। उन्हें अपने प्रमुख सचिव से खुद व आर्य से चर्चा भी कराई। प्रमुख सचिव ने कहा कि इस संबंध में कार्यवाही प्रारंभ हो चुकी है।

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