बड़वानी। जिले के पारंपरिक सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को कलेक्टर द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किये गए

बड़वानी। आदिवासी बाहुल्य बड़वानी ज़िले में वनोषधियों की पुरातन परम्परा ओर ज्ञान के माध्य्ाम से समुदाय के लोगो को त्वरित उपचार प्रदान करने वाले परंपरागत चिकित्सकों को पिरामल फाउंडेशन के माध्यम से भारतीय गुणवत्ता परिषद एवं सेंटर फार टेªड टेस्टिंग एण्ड सर्टिफिकेशन ऑफ स्कील्ड वर्कस द्वारा जारी किये गए प्रमाणपत्रों का वितरण कलेक्टर द्वारा किया गया।
कलेक्टर डॉ राहुल फटिंग ने पिरामल फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे इस कार्य की प्रशंसा करते हुए ज़िले के पाटी, पानसेमल और निवाली ब्लाकों से आये हुए परंपरागत चिकित्सकों से प्रत्यक्ष रूप से विचार-विनिमय किया और उनके द्वारा किये जा रहे कार्याे के बारे में जाना। कलेक्टर डॉ राहुल फटिंग ने सभी को संबोधित करते हुए समुदाय के हित में उनके द्वारा किये जा रहे कामों की सराहना करते हुए सुझाव दिया की ज़िले में उपलब्ध वनौषधियों की जियो टेगिंग करने, सामाजिक वानिकी, कृषि विभाग और वनविभाग के साथ समन्वयन स्थापित करने, सभी सर्टिफाइड ट्राइबल हीलर्स को प्राथमिक उपचार हेतु आवश्यक उपकरणों से सुसज्जित किट प्रदान करने और शासन की फ्लैगशिप योजनाओ से सभी को जोड़ना सुनिश्चित करने की दिशा में ठोस प्रयास प्रारंभ किये जाएं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में पिरामल फाउंडेशन के असलम शेख़ द्वारा अनामय कार्यक्रम की जानकारी साझा की गयी । ट्राइबल हीलर्स द्वारा कलेक्टर और सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास श्री अजय गुप्ता को पौधे देकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में 30 ट्राइबल हीलर्स, पीरामल फाउंडेशन की टीम से मनोज लिमये, रामकृष्ण यादव, नरेंद्र पाटीदार भी उपस्थित थे।
