सेंधवा; मनमाड़-इंदौर रेल परियोजना के तहत सेंधवा में बनाया जाए यार्ड, जिससे क्षेत्र का विकास होकर लोगों को मिलेगा रोजगार
रेलवे संघर्ष समिति ने अजजा आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष से की मांग।
-रेलवे ने जमीन अधिगृहण व निर्माण टेंडर की प्रक्रिया शुरू की
सेंधवा। सत्याग्रह लाइव। बहुचर्चित मनमाड़- इंदौर रेल मार्ग को लेकर हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा वित्तीय स्वीकृती मोदी सरकार ने दी। जिसमे अजजा आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस पर मनमाड़-इंदौर रेलवे संघर्ष समिति प्रमुख मनोज मराठे ने आर्य से मुलाकात कर आभार व्यक्त किया। समिति प्रमुख मराठे ने अजजा आयोग अध्यक्ष आर्य को बताया कि रेलवे संघर्ष समिति ने इस परियोजना के तहत धुलिया को औद्योगिक क्षेत्र घोषित करने और मप्र व महाराष्ट्र सीमा पर स्थित होने के कारण सेंधवा क्षेत्र में यार्ड बनाने की मांग की है। मराठे ने आर्य से निवेदन किया कि आप इन दोनों मांगों में उचित सहयोग करें, जिससे क्षेत्र का विकास होकर लोगों को रोजगार मिलेगा। संघर्ष समिती प्रमुख मराठे ने कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत रेल मार्ग बनने पर सेंधवा शहर में यार्ड बनने से बड़ी-बड़ी उद्योग कंपनियां और उद्योगों के बड़े बड़े गोदाम बनेंगे। जिससे रेलवे के माध्यम से शहर में सीमेन्ट, टायर, सरिया, आईल सहित अन्य सामग्री के गोदाम का निर्माण होगा। इससे शहर में बड़े स्तर पर माल की आवाजाही होगी। जिससे क्षेत्र के ट्रक व्यवसाय, छोटे-मोटे गाड़ी व्यवसाय को बड़ा रोजगार मिलेगा। साथ ही हजारों मजदुरों को भी रोजगार मिलेगा।