सेंधवा; मोबिलाइजर्स को दीपावली पर डबल सैलरी का तोहफा, मोबिलाइजर्स ने आर्य का स्वागत कर आर्य व मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया

-वेतन बढाने की मांग को लेकर कई जिलों के मोबलाइजर आर्य से मिले थे, आर्य ने सीएम व राज्यपाल से की थी चर्चा।
सेंधवा। रमन बोरखड़े। मध्य प्रदेश सरकार ने दीपावली से पहले ग्राम पंचायतों में काम करने वाले पेसा मोबिलाइजर्स को बड़ा तोहफा दिया है। सीएम मोहन ने पेसा मोबिलाइजर्स की सैलरी दोगुनी करने का फैसला किया है। अब जनजातीय क्षेत्रों में ग्राम सभाओं को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले पेसा मोबिलाइजर्स को 4 हजार की जगह 8 हजार रुपए वेतन मिलेगा।
बता दे पेसा मोबिलाइजर्स आदिवासी बहुल इलाकों की ग्राम पंचायतों में होते हैं। मध्यप्रदेश में करीब 20 आदिवासी बहुल जिले हैं, जिनमें पेसा मोबिलाइजर की नियुक्ति ग्राम सभाओं में हुई है। इन्हें अभी 4 हजार रुपए मानदेय मिलता था। दीपावली से पहले सरकार ने इनका मानदेय डबल कर दिया है।
मंगलवार सुबह 10 बजेे क्षेत्र के मोबाइलाइजरों ने शहर स्थित अजजा आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य ने निवास पर पहुंचकर आर्य का स्वागत करते हुए उनका और सीएम का आभार व्यक्त किया। मोबलाइजरों ने कहा कि आपके प्रयास से हमारी मांगे सरकार ने स्वीकार कर दीपावली पर हमें बड़ा तोहफा दिया है। हम आपका व मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार व्यक्त करते हैं। इस अवसर पर आभार व धन्यवाद कार्यक्रम में उपस्थित मोबीलाईजर संघ के जिला अध्यक्ष बलराम किराड़े, जिला उपाध्यक्ष मुकेश चौहान, जिला संहयोजक दसीराम सस्ते, ब्लॉक अध्यक्ष रायमल बरडे, राकेश भुगवाड़े, मुकाती, हतरी डावर, सपना, मनीषा, दिलीप, सुनील चौहान , जिला प्रवक्ता शांतिलाल नरगावे सहित आदि मोबीलाईजर उपास्थित रहे।
आर्य से मिले थे मोबलाइजर, आर्य ने सीएम से की चर्चा-
भाजपा प्रवक्ता सुनील अग्रवाल ने बताया कि मानदेय बढाने को लेकर पिछले दिनों कई जिलों के मोबाइलाइजर कार्यकर्ता बड़ी संख्या में अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य से मिले थे। उन्होंने आर्य से मुलाकात कर मानदेय बढ़ाने की मांग की थी। इसको लेकर आर्य ने भोपाल जाकर राज्यपाल व मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मिल कर मोबाइलाइजर की समस्या व उनके वेतनमान को बढ़ाने की मांग को रखा था। जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उन्हें आश्वासन भी दिया था।
जनजातीय वर्ग के कल्याण हेतु पूर्ण प्रतिबद्ध है-
सरकार के इस निर्णय पर अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम जनजातीय वर्ग के कल्याण हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्यरत हैं। पेसा मोबिलाइजर आदिवासी बहुल हर ग्राम सभा में होते हैं। मध्य प्रदेश में इसके अंतर्गत करीब 20 जिले आते हैं। साथ ही मध्य प्रदेश में पेसा मोबिलाइजर की संख्या 5,000 हजार से अधिक हैं। मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने जनजातीय क्षेत्रों में ग्राम सभाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य की पूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने वाले पेसा मोबिलाइजर्स को बड़ा तोहफा दिया है।