सेंधवा के अनिकेत बनेंगे जैन साधु, लेंगे दीक्षा, कल निकलेगा वरघोड़ा
सेंधवा में दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान बुधवार को निकलेगा वरघोड़ा।
सेंधवा। शहर निवासी धर्मनिष्ठ सुश्रावक श्री श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय श्री रमणीकलाल शाह के सुपौत्र अनिकेत मनीष शाह शासन की सेवा में समर्पित होकर जैन साधु बनने जा रहे है। मुमुक्षु अनिकेत मनीष शाह 14 दिसंबर 2024 को सूरत की धरा पर आचार्य प्रवर श्री कुलचंद सुरीशवारजी महाराजा की निश्रा में भागवती दीक्षा लेंगे। इस उपलक्ष्य में मुमुक्षु अनिकेत मनीष शाह व परिजनों के सम्मान को लेकर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। मंगलवार को प्रथम दिवस सुबह 9.30 बजे से दोपहर 1 बजे तक मुंबई से आए विधिकारक और संगीत टीम द्वारा शक्तस्तव महापूजन किया गया। दोपहर 3 बजे महाराज गली स्थित स्थानक भवन में मुमुक्षु अनिकेत शाह और उनके माता-पिता मनीष शाह और भावना शाह का श्रीसंघ के अशोक सखलेचा, परेश सेठिया, तेजस शाह, प्रकाश सुराणा ने शाल श्रीफल माला से सम्मान किया।
इस अवसर पर संयम बहु मंडल ने भावपूर्ण नाटक की प्रस्तुति दी। साथ ही महावीर सुराणा, राजेन्द्र कांकरिया, अशोक पाटनी, नंदलाल बुरड, भूषण जैन, डॉ प्रतीक चोपड़ा, मितेश बोकड़िया, सुप्रिया चोपड़ा ने अपने भाव व्यक्त किए। इस अवसर रात 8 बजे मुंबई से आई आर्केस्ट्रा द्वारा प्रभु भक्ति मंगल भवन में सम्पन्न हुई। मंगलवार को इंदौर, नंदुरबार, अहमदाबाद, मुंबई, धुलिया, देवास, बड़ौदा, सूरत से परिजन आए।
वरसी दान का वरघोडा कल निकलेगा-
जैन समाज के निलेश जैन ने बताया कि बुधवार सुबह 9.30 बजे दीक्षा महोत्सव के कार्यक्रम में मुमुक्षु अनिकेत भाई शाह का वरसी दान का वरघोडा निकलेगा। वरघोड़ा जैन मंदिर से जुलुस मार्ग होता हुआ मंगल भवन पहुंचकर समाप्त होगा। शाम 7. 30 बजे से मुमुक्षु अनिकेत शाह की सांझी कार्यक्रम व सांस्कृतिक कार्यक्रम मंगल भवन में संपन्न होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्री श्वेतांबर मूर्ति पूजक जैन संघ द्वारा मुमुक्षु अनिकेत शाह का सम्मान किया जायेगा। इस अवसर पर श्वेतांबर मूर्ति पूजक जैन संघ के अध्यक्ष गिरिश लालका, वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ के अध्यक्ष अशोक सकलेचा, दिगंबर जैन समाज के अशोक पाटनी, जेवरचंद जैन, दीपक लालका किलुभाई शाह अशोक नागड़ा, किंशुक लालका, निलेश जैन, महावीर सुराना, मनीष शाह, राजेंद्र काकरिया, भूषण जैन, सुरेश बागरेचा आदि उपस्थित थे।