जेल में बंद बंदियों व कैदियों को दिखाई प्रेरणादायक फिल्म
सेंधवा। कई बार जीवन में इंसान की मजबूरियां उसे छोटे-मोटे अपराध करने पर मजबूर कर देती है….. ऐसी ही सत्य घटना पर आधारित फिल्म परीक्षा जिसमें एक साधारण रिक्शा चालक पिता अपने होनहार बेटे को उच्च शिक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ स्कूल में शिक्षा दिलाने का संकल्प लेता है और उसके लिए अपनी जीवन भर की कमाई दाव पर लगा देता है। समय के साथ पढ़ाई के लिए आर्थिक ज़रूरतें पूरी न होने पर धीरे-धीरे वह चोरी का रास्ता अपना लेता है। परंतु एक दिन वह अपराध करते हुए दोषी पाया जाता है और उसे उसे करवास हो जाता है। परंतु अपने हुनर के चलते वह बालक श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए संपूर्ण जिले में प्रथम स्थान अर्जित कर अपने विद्यालय का नाम रोशन करता है। परंतु अंत में उसको और उसके पूरे परिवार को मजबूरी वश पिता द्वारा किए गए अपराध के लिए अफसोस रहता है।
बस जीवन की मजबूरी में हम गलत रास्ता ना अपनाए इस विचारधारा के साथ आज सेंधवा अप जेल में एसडीएम अभिषेक सराफ के पल पर सेवा सारथी संस्था द्वारा इस प्रेरणादायक फिल्म को दिखाया गया। साथ ही सभी बंदियों के लिए अल्पाहार का आयोजन भी किया गया। अंत में सभी बंदियों और कैदियों से यह अपील की गई कि आने वाले भविष्य में उनके द्वारा मजबूरी वश ऐसा कोई अपराध न हो जिसके चलते पूरे परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़े। साथ ही साथ कैदियों के मनोरंजन के लिए शतरंज भी उपलब्ध कराया गया।
इस दौरान सेंधवा उपजैल जेलर महेंद्र सिंह रघुवंशी सेवा सारथी संस्था के नवीन गोयल प्रेमचंद सुराणा डॉ श्रीश दुबे, मृदुल मंडलोई, अखिलेश मंडलोई कुशल शर्मा अंतिम बाला शर्मा , प्रमोद सिवहल, निलेश भावसार, अमोल सोनी, मकरंद ओक,डॉ अश्विन जैन मौजूद रहे