खरगोन जिले के रसघांली में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस, पोरलाल खर्ते ने कहा- शिक्षा ही एकमात्र ऐसा हथियार है, जिसे प्राप्त कर समाज को सही दिशा दे सकते हैं
खरगोन। 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष में रविवार को खरगोन जिले के रसघांगली गांव में सफल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आसपास के हजारों महिलाओं, पुरुष एवं युवा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित पोरलाल खर्ते ने अपने संबोधन में विश्व आदिवासी दिवस महाकवि देश के बारे में विस्तृत रुप से जानकारी दी। आदिवासी समाज को उपजाति पर आधारित संगठनों से ऊपर आदिवासी नाम संगठित होकर अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष करना चाहिए। खर्ते ने कहा कि शिक्षा ही एकमात्र ऐसा हथियार है, जिसे प्राप्त कर समाज को सही दिशा दे सकते हैं । समाज में बढ़ते देजा पर नियंत्रण होना चाहिए ।आदिवासी समाज की संस्कृति दुनिया की सर्वाेत्तम संस्कृतियों में से एक है इसे बचाना दुनिया के अस्तित्व के लिए बहुत जरुरी है । विशेषकर पढ़े लिखे लोग आदिवासी संस्कृति से दूर जा रहे हैं उन्है अपने मूल की और लौटना होगा। कार्यक्रम को सुभाष पटेल, लक्ष्मी सोलंकी, जागीराम बडोले, प्रेम बडोले, महेंद्र सेनानी, त्रिलोक सोलंकी, अधिवक्ता रेवासिह डावर आदि ने संबोधित किया। संचालन राजू वोरे ने किया।