सेंधवा; कारगिल विजय दिवस भारतीय सैन्य के शौर्य व पराक्रम की गाथा है- बीएल जैन

सेंधवा में विद्यार्थियों ने मनाया कारगिल विजय दिवस,
सेंधवा। कारगिल विजय दिवस भारतीय सेवा की जीवटता एवम् देशभक्ति के प्रति कटिबद्धता को दर्शाता है, यह भारतीय सैन्य के शौर्य व पराक्रम की गाथा है। कारगिल वह क्षेत्र है, जहां भारत और पाकिस्तानी सेना ने युद्ध किया और पड़ोसी मुल्क के कब्जे से कारगिल द्रास क्षेत्र को आजाद कराया। उक्त विचार शिक्षा प्रसारक समिति द्वारा संचालित नेहरू स्मृति हायर सेकंडरी अंग्रेजी माध्यम स्कूल के कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए संस्था अध्यक्ष बीएल जैन ने कहे। उन्होंने कहा इस दिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ विजय गाथा लिखी। भारत-पाकिस्तान की इस सैन्य जंग को इतिहास में विजय के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है और हर साल इसे कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
कार्यक्रम में विद्यार्थी फजीला दोसानी ,अथर्व पालीवाल, अथर्वी जोशी ने कारगिल विजय दिवस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की क्या दिन हमें देश के लिए समर्पण एक निष्ठा तथा कर्तव्य पथ पर निरद्वंद आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता है क्योंकि यह दिन हमारे स्वाभिमान और अभिमान का दिन है।
संस्था प्राचार्य राहुल मंडलोई ने बताया। 1999 में भारत और पाकिस्तानी सेना के बीच कारगिल युद्ध हुआ था। भारतीय सेना ने इस घुसपैठ का पता लगाने के बाद ऑपरेशन विजय शुरू किया और जीत हासिल कर विजय पताका फहरायी ।
पी.टी.आई हिमांशू मालाकार ने कारगिल विजय दिवस पर देश के प्रति समर्पण और देशभक्ति की शपथ दिलाई इस दौरान पूर्व अध्यक्ष पीरचंद मित्तल, दिलीप कानूनगो, उपाध्यक्ष रविंद्र सिंह मंडलोई, सचिव शैलेष कुमार जोशी, कोषाध्यक्ष गोविंद मंगल, सचिव दीपक लालका तथा समस्त सदस्य व शिक्षक- शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।