खरगोनमध्यप्रदेशमुख्य खबरे

खरगोन में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष आर्य ने ली अधिकारियों की बैठक

जनजाति वर्ग के लिए संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की

खरगोन। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष श्री अंतरसिंह आर्य ने 02 जुलाई को खरगोन प्रवास के दौरान कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक लेकर अनुसूचित जनजाति वर्ग के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मनोहर सिंह बारिया, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती हेमलता सोलंकी, एसडीएम श्री भास्कर गाचले, डिप्टी कलेक्टर श्री सत्येन्द्र बैरवा, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग श्री प्रशांत आर्य एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
आयोग अध्यक्ष श्री आर्य ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि अनुसूचित जनजाति वर्ग के कल्याण के लिए जो योजनाएं बनाई गई है उनका प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। योजनाओं का लाभ सभी पात्र लोगों तक पहुंचना चाहिए। गरीब आदिवासी लोगों की मदद करने में प्रशासन एवं अधिकारी पीछे नहीं रहना चाहिए। सभी अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय कर आदिवासी वर्ग के उत्थान के लिए बेहतर कार्य करने का प्रयास करें।
श्री आर्य ने वन अधिकार अधिनियम की चर्चा करते हुए कहा कि पात्र लोगों को वन भूमि का पट्टा देने में प्राथमिकता के साथ कार्य किया जाए। इससे पात्र लोगों को वन अधिकारी पट्टा प्राप्त करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि वन अधिकार पट्टा धारक किसानों को प्रधानमंत्री किसान कल्याण योजना का लाभ अनिवार्य रूप से मिले। उन्होंने कहा कि जिले के जिन ब्लॉकों में पेसा एक्ट लागू है वहां की पंचायतों में इसका प्रभावी क्रियान्वयन होना चाहिए और गांव के लोगों को इसके बारे में पूरी जानकारी होना चाहिए। उन्होंने एट्रोसीटी एक्ट के प्रकरणों में पीड़ितों तो क्षतिपूर्ति राशि का समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

दोषी व्यक्ति के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की जाए –
श्री आर्य ने कहा कि किसी भी गरीब आदिवासी की जमीन यदि किसी व्यक्ति द्वारा धोखाधड़ी कर खरीदी जाती है तो ऐसे मामलों में दोषी व्यक्ति के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की जाए और पीड्ति व्यक्ति को जमीन वापस दिलाई जाने की कार्यवाही तत्परता के साथ की जाए। उन्होंने शासन की नीति के अनुरूप जिले के वन ग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित करने की कार्यवाही शीघ्रता से पूर्ण करने और इस बारे में ग्रामीणों को जानकारी देने कहा। उन्होंने उज्ज्वला योजना, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ सभी पात्र लोगों तक पहुंचाने कहा।
श्री आर्य ने जल जीवन मिशन के कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने तत्परता के साथ कार्य किया जाए। जल निगम की योजनाओं का कार्य गुणवत्ता के साथ हो और इसके पाईप गहराई तक बिछाए जाए, जिससे किसानों को नुकसान न हो। उन्होंने पहाड़ी क्षेत्रों में जल संरक्षण के लिए मनरेगा से कार्य कराने तथा स्टेट हाईवे व नेशनल हाईवे के किनारे संबंधित ग्राम पंचायत से मनरेगा के अंतर्गत पौधा रोपण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निमाड़ के इस क्षेत्र में नीम एवं कंरोदी के पेड़ अधिक संख्या में लगाए जाए। बैठक में आदिवासी वर्ग में पायी जाने वाली सिकल सेल की बीमारी की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता बताई गई। बैठक में किसानों के लिए खाद बीज की व्यवस्था पर भी चर्चा की गई।

योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है – कलेक्टर श्री शर्मा ने बैठक में बताया कि खरगोन जिले में आदिवासी वर्ग के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है और सभी पात्र लोगों को उनका लाभ दिलाया जा रहा है। आदिवासी वर्ग से संबंधित योजनाओं की प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है। जिले के भगवानपुरा, भीकनगांव एवं झिरन्या विकासखण्ड के दुरस्थ ग्रामों तक संचार सुविधा पहुंचाने के लिए टावर लगाएं गए हैं। कुछ क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों में टावर लगाने का काम भी पूरा हो जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!