अजजा आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्य पहुँचे कस्तूरबा वनवासी कन्या आश्रम निवाली

सेंधवा। अनुसूचित जनजातीय आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अंतरसिंह जी आर्य का कस्तूरबा वनवासी कन्या आश्रम निवाली में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में प्रथम बार आगमन हुआ, जहाँ आश्रम परिवार की सुश्री कलावती किराड़े, राजेन्द्र शर्मा, लोकेन्द्र उपाध्याय, राजेश शर्मा, राकेश जोशी ने शाल श्रीफल व तिलक लगाकर स्वागत् किया। स्वागत भाषण के दौरान श्री अंतरसिंह जी आर्य ने कहाँ कि जिस पद की मुझे जवाबदारी दी गई है, वह कोई छोटा-मोटा पद नहीं है। आज मैं इस पद पर अपने आपको गौरान्वित महसूस कर रहा हूं। में अपने समाज के भाई बहनों के सर्वांगीण सर्वांगीण विकास के लिए अपनी अहम भूमिका निभाऊंगा । मै आदिवासी समाज की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं उनके उज्जवल भविष्य के लिए अथक प्रयास करूंगा । मध्य प्रदेश की जनता का आशीर्वाद ही है कि मुझे आज मेरे द्वारा मेरे जीवन में किए गए सामाजिक कार्यों की वजह से ही इतनी बड़ी जिम्मेदारी उक्त पद पर राष्ट्रपति महोदय के हस्ताक्षर से मुझे प्राप्त हुई हैं और भारत शासन द्वारा कैबिनेट का दर्जा प्राप्त है। मैं पूर्ण निष्ठा एवं नि:स्वार्थ भाव से देश की जनता की सेवा करूंगा ।
आज देश में 12 करोड़ जनजाति समाज के लोग हैं, उनके सर्वांगीण विकास के लिए में हर संभव प्रयास करूंगा। युवा, महिला, किसान या मजदूर हो या शासकीय कर्मचारी किसी भी प्रकार की उनकी समस्या हो, उसका समाधान करने का पूरा प्रयास करूंगा।
आज कांता दीदी की इस तपोभूमि को मैं प्रणाम करता हूँ। उन्होंने हमारे समाज के सर्वांगीण विकास के लिए जो इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण शैक्षणिक व सामाजिक कार्य किये हैं ,वह निःसंदेह प्रशंसनीय है। उनके इन प्रयासो को में नमन करता हूँ। दीदी द्वारा स्थापित इस आश्रम के लिए मैं हरसंभव मदद करूंगा। यहाँ के जर्जर भवन जो वर्षों पुराने हो गये, पोस्टमेट्रिक छात्रावास भवन तथा यहाँ की छात्राओं की समस्या या कर्मचारियों की समस्या सभी के समाधान के लिए में मध्यप्रदेश सरकार को पत्र लिखकर समस्या का समाधान करूंगा। यह आश्रम मेरा परिवार है, और वर्तमान में आश्रम को संचालित करने वाले सुश्री पुष्पा सिन्हा दीदी व सुश्री कलावती किराड़े के कार्यों की प्रशंसा भी की। वही पद्मश्री कांता दीदी द्वारा स्थापित श्री कांता विकलांग सेवा ट्रस्ट झाकर के दिव्यांग बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए भी मैं हर संभव प्रयास करूंगा तथा क्षेत्र के दिव्यांगजनों की हर समस्या के समाधान का प्रयास करूंगा। उन्होंने कहाँ कि मेरी वर्षों से मांग थी की यहाँ की कृषि भूमि ज्यादा से ज्यादा सिंचित हो और क्षेत्र में पानी की समस्या का समाधान हो, इसके लिए बार बार मध्यप्रदेश शासन का ध्यान इस ओर दिलाता रहा। हर बार मांग करता रहा कि नर्मदा का पानी इस पहाड़ी अंचलों में भी पहुँच सकें इस हेतु सतत प्रयास करता रहा। आज उस भागीरथीं प्रयास का सुफल आज हमें सेंधवा नर्मदा लाईन का 1400 करोड़ और निवाली नर्मदा लाईन की 1055 करोड़ की स्वीकृति मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी ने देकर हमारी वर्षों की तपस्या का फल निश्चित किया है। नर्मदा के जल से हमारी कृषि ज्यादा उत्पादन देकर क्षेत्र को आर्थिक विकास का रास्ता खोजेगी।
इस पर उपस्थित सभी गणमान्य नागरिकों ने अंतरसिंह जी को अपने क्षेत्र में नर्मदा जल लाने के किए गए प्रयास पर बधाई देते हुए आभार माना। कार्यक्रम का संचालन कर रहे कन्हैयालाल सिसोदिया ने अंतरसिंह जी आर्य के राजनैतिक एवं सामाजिक जीवन पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए उनके पिता श्री रावजी भाई आर्य एवं निमाड़ क्षेत्र के गांधीवादी विठ्ठल जी बड़े को याद करते हुए कहाँ कि आप दोनों समाजसेवियों ने ही इस क्षेत्र में नवाड़ दिलाने का सर्वप्रथम प्रयास किया था । आभार आश्रम की उप प्रतिनिधि सुश्री कलावती किराड़े ने माना।
इस अवसर पर क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता श्री कन्हैयालाल सिसोदिया, पूर्व विधायक सुश्री चंद्रभागा किराड़े, पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष श्री नंदकिशोर शर्मा, श्री संतोष गुप्ता, श्री आपसिंग नरगावे, तहसीलदार श्री राहुल सोलंकी, नायब तहसीलदार सुश्री अर्चना गिरवाल, पुलिस थाना प्रभारी श्री लोवेशी, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी पी.सी. शर्मा, नगर पालिका मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रूपसिंह सोलंकी, निवाली नायब तहसीलदार सहित नगर के गणमान्य नागरिक व आश्रम परिवार के बापू कापूरे, दुलसिग रणधावे, शीला आर्य, ओंकार धनगर, बसंती परमार, किरण रघुवंशी, गोमती पटेल. विद्या नारखेडे, सुलभा पाठक व सभी कार्यकर्ता उपस्थित थे।