बड़वाह। गंगा दशमी पर्व पर बड़वाह के नर्मदा घाट पर उमड़ी हजारों श्रद्धालुओ की भीड़…लगाई आस्था की डुबकी…

कपिल वर्मा बड़वाह। रविवार को नर्मदा घाट पर श्री गंगा दशमी के पर्व पर हजारों श्रद्धालुओं ने पहुंचकर नर्मदा जी मे स्नान कर माता गंगा स्वरूप नर्मदा जी का पूजन किया। मध्य भारत की नर्मदा भी गंगा के तुल्य समा दृत हैं। आचार्य पंडित प्रीतेश व्यास ने बताया कि श्री गंगा दशमी पर्व ज्येष्ठ शुक्ल दशमी में मनाया ज़ाता है। गंगा जी का जन्म तो वैशाख माह में आता है। परंतु भागीरथ जी ने अपने 60 हजार पितृओ को सद्गति प्रदान करने के लिए घोर तप करके आज के दिन भूमी पर गंगा जी को लाए थे ऐसी पौराणिक मान्यता है। इसे गंगा दशहरा इसलिए कहते है क्यों की आज दशमी तिथि का योग हैं। यह दश पाप हरा अर्थात् दस प्रकार के पापों से मनुष्य को मुक्त करती है। आज के दिन समुद्र गामिनी नदी में स्नान का बहुत बड़ा फल माना गया हैं। मध्य भारत की नर्मदा भी गंगा के तुल्य समादृत हैं। इस कारण आज के दिन हजारों की संख्या में भक्त नर्मदा तट पर पहुंच कर स्नान के बाद गंगा पूजन करते है।