बड़वाह। विष्णु महायज्ञ : एक गृहस्थ के लिए जन्मभूमि से बड़ा कुछ नही हो सकता : पं मनावत
कपिल वर्मा बड़वाह। नर्मदा तट पर स्थित सुंदर धाम में परंपरागत रूप से आयोजित हो रहे 76वे सप्त दिवसीय विष्णु महायज्ञ में प्रतिदिन सैकड़ों महिला पुरुष भक्त शामिल हो रहे हे। यज्ञ नारायण भगवान को दंडवत प्रणाम कर यज्ञ की सपरिवार परिक्रमा कर पुण्य लाभ ले रहे हे। दोपहर को आश्रम में चल रही राम कथा के चतुर्थ दिवस व्यास पीठ पर आसीन कालापीपल के पंडित श्याम जी मनावत महाराज जी ने भगवान राम जी की जन्मभूमि अयोध्या को बैकुंठ से भी बड़ा बताया। जिस पर पंडित मनावत जी ने जन्मभूमि की महत्ता बताते हुए कहा की एक गृहस्थ के लिए जन्मभूमि से बड़ा कुछ नही हो सकता। भारतीय कर्मकांड में भी जन्मभूमि की अपनी महत्ता हे। मनुष्य को अगर जन्म पत्रिका भी बनवाना हो तो जन्मभूमि जरूर बताना पड़ती हे। कैसी भी पूजा हो अराधना हो उसमे भी जन्मभूमि का नाम लेकर ही मंत्रोच्चार किए जाते है।
उन्होंने कहा की जीवन यापन के लिए कही भी चले जाए किंतु जन्मभूमि के ऋणी सदा बने रहे। कथा में आज भगवान राम के जन्म पर भगवान राम की जीवंत झांकी बनाई गई एवं पंडाल में भगवान राम के जन्म पर व्यास पीठ से बधाई के रूप में गाए ‘‘अवध में बिहारी मेरे राम जी पधारे’’ भजन पर सभी भक्त उत्साह के साथ नाचे। बाल रूप में सुसज्जित एक नन्हे बालक को मंच पर लाया गया। पंडाल में मौजूद सभी श्रद्धालुओ ने बाल रूप के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।