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भगवान के चरणों में वही जाते है जिनका कोई लेना देना नही होता है

सेंधवा। नगर में किसी को पैसा दिया है तो आप नगर नही छोड़ सकते है । अगर नगर में आपने किसी से पैसा लिया है और आपको कर्ज देना है तो लोग आपको नगर नही छोड़ने देंगे । भागवत में लिखा है जीवन लेने देने का ही खेल है। मोह माया में उलझा हुआ है। जो इस झंझट में नही है वह सबसे सुखी है । भगवान को भी प्रिय है । भगवान के चरणों में वही जाते है जिनका कोई लेना देना नही होता है । संसार में साधु संत आए है। उनका संसार में किसी का लेना देना नही होता है, इसलिए वे भगवान से जुड़े होते है । यही भागवत का मूल मंत्र है । उक्त विचार निवाली रोड स्थित वैभव इंडस्ट्रीज में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छ्टे दिवस पर दिव्य मुरारी बापू ने व्यक्त किए।


कृष्ण लीला का वर्णन करते हुए कहा की कृष्ण यमुना नदी किनारे बासुरी बजा रहे थे। चारो ओर गोपियां उन्हे घेर कर बासूरी में लीन थी । गोपी किसे कहते हैं? गोपी भक्त को कहते है । जिनकी इंद्री के भाव भगवान के दर्शन हेतु ललालित है तो समझ लेना की हम गोपी भाव की तरफ जा रहे है । गो का अर्थ इंद्री होता है जिनकी इंद्री संसार रूपी संसार को देखने को ललालीत हो तो वह सामान्य इंसान है । आम इंसान माया मोह में भटका हुआ है । जबकि गोपी भाव में सिर्फ एक ही भाव होता है। भगवान का स्मरण करना । राधाकृष्ण की ओर ही मन लगाना है ।भगवान जो करते है वह मानुष नही कर सकता । मानुष ने कभी करना भी नही चाहिए । भगत बने रहने में संकट पर भगवान मदद कर देंगे । अगर भगवान बन गए तो फिर संकट में आपकी मदद कौन करेगा । इसलिए आप भगत बनकर रहे ।

संतश्री ने कहा कि विगत 40-50 वर्षो में कइयों ने अपने आप को भगवान घोषित कर दिया । कई ने तो भगवान का 24 अवतार घोषित कर दिया । बाद में उनकी क्या स्थिति हुई सबके सामने है । कोई मृत्यु को प्राप्त हो गए तो कई संकट से गुजर रहे हैं । इस लिए मानव ने भक्त ही बने रहना चाहिए। कथा में कृष्ण रुक्मणि का विवाह का संजीव प्रसंग का चित्रण भी कराया गया ।

बालक शिवांश बना आकर्षण केंद्र बना-
कथा पंडाल में 8 वर्षीय बालक शिवांश शर्मा सबका आकर्षण का केंद्र बना रहा। यह बालक नासिक से आकर जब से कथा प्रारंभ हुई तब से कथा का श्रवण करने वाले भक्त जनों को भीषण गर्मी में शीतल जल का लोटा लेकर पूरे समय जल सेवा कर सबके कंठ की प्यास बुझा रहा है । उसका यह क्रम प्रतिदिन कथा प्रारंभ होने से शुरू हो जाता है। लगातार 4 घंटे पानी पिलाता है।

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