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इंदौर में दो दिवसीय कल्चर कैनवास आर्ट एंड क्राफ्ट एग्जीबिशन: देश भर की संस्कृति का संगम

फ्रेमबॉक्स के छात्रों द्वारा निर्मित कलाकृतियों का होगा प्रदर्शन

इंदौर, । भारत विविधताओं का देश है, जहाँ अनेक संस्कृतियाँ एक साथ निवास करती हैं। इन संस्कृतियों का प्रतिबिंब कला और शिल्प में देखा जा सकता है। यह कहा जाता है कि प्रत्येक क्षेत्र की अपनी एक अलग पहचान होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए एनिमेशन और वर्चुअल आर्ट को समर्पित संस्था फ्रेमबॉक्स एनिमेशन एंड विजुअल इफेक्ट इंस्टीट्यूट इंदौर द्वारा 6 और 7 अप्रैल 2024 को इंदौर में एक कल्चर कैनवास आर्ट एंड क्राफ्ट एग्जीबिशन का आयोजन किया जाएगा। इंदौर के 56 दुकान के पास स्थित फ्रेम बॉक्स आर्ट गैलरी में दोपहर 2:00 से रात को 8:00 बजे तक चलने वाले इस आर्ट एग्जीबिशन में फ्रेम बॉक्स के छात्रों द्वारा निर्मित कलाकृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिन्हें ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ, साउथ और मिडिल इंडिया में प्रचलित विभिन्न संस्कृतियों के आधार पर वर्गीकृत किया गया है।

फ्रेमबॉक्स एनिमेशन एंड विजुअल इफेक्ट इंस्टीट्यूट इंदौर के डायरेक्टर रणवीर सिंह दग्दी के अनुसार, “विद्यार्थियों को यह जानना जरूरी है कि भारत की संस्कृति कितनी वृहद और विस्तृत है। इस आर्ट एंड क्राफ्ट एग्जीबिशन को फ्रेम बॉक्स के विद्यार्थियों द्वारा ही तैयार किया गया है। सबसे पहले विद्यार्थियों को पांच अलग-अलग गुटों में बांटा गया हर गुट भारत के एक हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है, इन बच्चों ने पहले वहां की संस्कृति और भाषा के बारे में जाना और उसके बाद कलाकृतियां तैयार की। हमारा उद्देश्य बच्चों को भारत की संस्कृति से जमीनी स्तर पर जोड़ना है। साथी इस एग्जीबिशन का उद्देश्य बच्चों को कुछ नया और अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि वह अपने कल को और भी बेहतर करने के लिए मेहनत करें। यह कल्चर कैनवास आर्ट एंड क्राफ्ट एग्जीबिशन का दूसरा सीजन है पिछले सीजन में हमें ढेर सारा प्यार मिला जिसने हमें यह प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया। आर्ट एंड क्राफ्ट में आने वाले मेहमानों को खास भारतीय संस्कृति को जानने का मौका मिलेगा। फ्रेमबॉक्स की टीम से मिताली जैन द्वारा इनको कलाकारों को प्रशिक्षण दिया गया है और इनका मार्गदर्शन किया गया। 1 महीने के अथक प्रयास और कड़ी मेहनत से इन छात्रों ने इन आर्ट और क्राफ्ट को तैयार किया है। राजस्थानी चित्रकला में बनीथनी चित्रकला, पहाड़ी चित्रकला और पिछवाई कला के नमूने तैयार किए गए हैं जिनमे श्रीनाथजी और कमल चित्रकला प्रसिद्ध है। छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने वाली टीम ने पिथोरा चित्रकला और मध्य प्रदेश के गोंड कला की कलाकृतियां तैयार की है। दक्षिण भारत की तंजावुर कला, पश्चिम भारत वारली, लिप्पण कला और मॉर्डन आर्ट तैयार किया गया है। वहीं उत्तर भारत से पंजाब की ट्रक पेंटिंग, फूलकारी, हिमाचल की हिमाचली चित्रकला और पूर्व भारत की पटचित्र कला, जगन्नाथ पुरी के चित्र एवं शिल्प तैयार किए गए हैं। कला एवं शिल्प के अलावा बच्चों के द्वारा तैयार वर्चुअल आर्ट को भी इस एग्जीबिशन में रखा जाएगा जिन्हें एनएफटी के माध्यम से खरीदा जा सकता है। हमें आशा है लोग इस सीजन में भी हमें खूब प्यार देंगें, और कलाकारों के प्रयासों को सराहेंगें।”

एग्जीबिशन के पहले दिन कार्यक्रम के उद्घाटन में चीफ गेस्ट के रूप में डीसीपी क्राइम श्री राजेश दंडोतिया जी और जाने माने आर्टिस्ट वाजिद खान बच्चों का उत्साहवर्धन करने के लिए मौजूद रहेंगें।

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