बड़वानी; केन्द्रीय जेल में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
बड़वानी। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में केंद्रीय जेल बड़वानी मेंआयोजित कार्यक्रम में जिले की महिलाओं एवं केंद्रीय जेल बड़वानी के अधीनस्थ 09 जेलों से कार्यक्रम में शामिल होने वाली महिला जेल कर्मियों को महिलाओं संबंधित विषयों एवं महिला सशक्तिकरण के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई।
जेल अधीक्षक सुश्री शेफाली तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम में बड़वानी जिला न्यायालय की श्रीमती संध्या श्रीवास्तव एवं श्रीमती सारिका गिरी एडीजे, श्रीमती सीता कन्नौजे सीजेएम और सौम्या चौधरी जेएमएफसी मुख्य अतिथि के तौर उपस्थित थे। इनके अतिरिक्त डॉ चंदन सोनी स्वर्णकार, डॉ कविता भदौरिया, डॉ साक्षी दुबे, डॉ सपना सोनी,डॉ सृजिता नागराज, श्रीमती उषा सिसौदिया, श्रीमती कीर्ति यादव, श्रीमती करुणा बैस, श्रीमती मीनाक्षी बरवे एवं अन्य कई गणमान्य महिला अतिथियों की उपस्थिति तथा इनके द्वारा महिलाओं से संबंधित दियें गये विभिन्न विचारों की जानकारी दी गई ।
कार्यक्रम में महिलाओं से संबंधित 04 महत्वापूर्ण विषयों पर श्रीमती संस्क्रभता जोशी सहायक अधीक्षक जेल अलीराजपुर द्वारा हेल्थ एण्ड वेलनेस, श्रीमती श्वेता मीणा सहायक अधीक्षक सब जेल मण्डलेश्वर द्वारा पॉश एक्ट एवं कार्यस्थल पर उत्पीडन विषय, श्रीमती महालक्ष्मी सिंह सहायक अधीक्षक सब जेल धरमपुरी द्वारा वर्क लाइफ बैलेंस विषय पर एवं सुश्री उज्जवला वाघमारे द्वारा तनाव प्रबंधन विषय पर प्रस्तुतिकरण दिया गया । जिसके पश्चात महिला जेल कर्मियों द्वारा गायन और नृत्य की भी प्रस्तुति दी गई
अपने अपने कार्यक्षेत्रो में विशिष्ट उपलब्धियों हेतु श्रीमती योगिता पाटीदार, श्रीमती अंकिता काबरा, श्रीमती सोनल उपाध्याय एवं श्रीमती ज्योति शर्मा को वूमन अचीवर अवार्ड से सम्मानित किया गया । साथ ही समाज की उन कर्मठ महिलाओं को जिन्होने अत्यन्त विपरीत परिस्थिति मे अपना कर्म कर के महिला सशक्तिकरण की मिशाल प्रस्तुत की। उनमें से श्रीमती अन्नपूर्णा केवट, श्रीमती सुमन तथा आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को भी अलंकृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अंकिता काबरा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय जेल, बड़वानी की जेल अधीक्षक सुश्री शेफाली तिवारी, उप अधीक्षक श्रीमती कुसुम लता डावर, सहायक अधीक्षक श्री राधेश्याम वर्मा एवं श्री विनय काबरा सहित जेल का अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा । कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनाते हुए उन्हें सशक्त बनाना तथा कार्यस्थल पर उनकी सुरक्षा से संबंधित कई जानकारियां प्रदान करना रहा।