बड़वानी; अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर राज्यसभा सांसद सहित कई लोगों ने हिंदी में किए हस्ताक्षर मेरी मातृभाषा, मेरा हस्ताक्षर

बड़वानी। मेरी मातृभाषा में हस्ताक्षर इस नारे के साथ शहर वासियों ने मातृभाषा के प्रति प्रेम दर्शाया, आमजन से लेकर जन प्रतिनिधियों, समाजसेवियों सहित शहीद भीमा नायक महाविद्यालय बड़वानी के प्राध्यापक,प्राचार्य एवं छात्र-छात्राओं ने अपनी मातृभाषा में हस्ताक्षर किए और प्रेरक संदेश दिए।
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली, मध्य भारत प्रांत अंतर्गत बड़वानी जिले मे बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया गया। शहीद भीमा नायक महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद कैरियर सेल एवं हिंदी विभाग के तत्वाधान में एक अभियान चला करके सभी ने अपनी मातृभाषा में हस्ताक्षर किए। राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ दिनेश वर्मा, डॉ. मधुसूदन चैबे, ने अपने हस्ताक्षर हिंदी में किये हस्ताक्षर अभियान के दौरान शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के मध्य भारत प्रांत संयोजक रामसागर मिश्रा ने बताया कि 21 फरवरी को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों में अपनी मातृभाषा, अपनी बोली, अपनी संस्कृति के प्रति रूझान पैदा करना है।
21 फरवरी वर्ष 1999 में यूनेस्को द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने की घोषणा की गई। पहली बार 21 फरवरी 2000 में प्रथम अंतर्राष्ट्रीय भाषा दिवस मनाया गया। इस दिन को मनाए जाने का उद्देश्य दुनिया भर में भाषाओं और संस्कृत विविधता एवं बहुभाषिकता का प्रचार करना है दुनिया में विभिन्न मातृभाषाओं के प्रति जागरूकता लाना है। न्यास के भारतीय भाषा मंच द्वारा प्रतिवर्ष 21 फरवरी को अखिल भारतीय स्तर पर सभी शैक्षणिक संस्थानों में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया जाता है। न्यास के जिला संयोजक श्रीराम यादव ने बताया कि शहर के उत्कृष्ट विद्यालय सहित अन्य विद्यालयों में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर सप्ताह भर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। जिलेभर में 15 से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों में आज अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर न्यास के जिला सहसंयोजक अनिल जी पाटीदार, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट पुरुषोत्तम मुकाती, एडवोकेट अरविंद उपाध्याय, एडवोकेट दुबे सहित न्यायालय के अनेक अधिवक्ता, विद्यालयों के संचालक, महाविद्यालय के विद्याथÊ, व्यापारी, डॉक्टर, पेंशन संघ सहित नगर के अनेक गणमान्य नागरिकों ने अपने हस्ताक्षर अपनी मातृभाषा मे किये।