भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा आयोजित मध्य क्षेत्र बैठक संपन्न
भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा आयोजित मध्य क्षेत्र बैठक संपन्न
इंदौर। भारतीय शिक्षण मंडल मालवा प्रान्त, इंदौर (म. प्र.) के तत्वधान में मध्य क्षेत्र बैठक का आयोजन किया गया। मालवा प्रांत के प्रचार सह प्रमुख रितेश मेहता ने बताया कि इस बैठक के अंतर्गत प्रबुद्ध वर्ग के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन में आ रही चुनौतिया पर प्रबोधन कार्यक्रम का आयोजन संपन्न हुवा। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर श्री बी. आर. शंकरानंद ( अखिल भारतीय संगठन मंत्री, भारतीय शिक्षण मंडल) उपस्थित थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा “नई शिक्षा नीति लागु होकर ३ वर्ष पूर्ण हो चुके है मात्र अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शिक्षा नीति शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत हर व्यक्ति तक पहुँचाना आवश्यक है। अन्यथा शिक्षा नीति का उद्देश्य सफल होने में अनेक दिक्क़ते उपस्थित होंगी। नई शिक्षा नीति गीता के सामान है। हर शिक्षक, शिक्षा संचालक और अन्य ने भी इसी आत्मसात करना चाहिए। नई शिक्षा निति विद्यार्थी केंद्रित बनाई गई है। अत्यधिक प्रात्यक्षिक और व्यवहारिक बनाया गया है। वर्तमान की शिक्षा नीति आनंदमय बनाई है अर्थात विद्यार्थिओं को आनंद देने वाली बनाई गई है। विद्यार्थीओ का मूल्यांकन गुणों के आधार पर बनाया गया है। नई शिक्षा नीति विद्यार्थीओ के गुणों प्रगट करने तथा उनका विकास करने में विश्वास करती है। मात्र
इस विकास को बल देने के लिए हमें नई शिक्षा नीति के पूर्णत शत प्रतिशत लागु करना है। हमें शिक्षा नीति को समझना है और और उसके क्रियान्वयन में शत प्रतिशत योगदान देना है।
21 जनवरी को ओरियटल यूनिवर्सिटी, उज्जैन रोड, इंदौर में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर अतिथि के रूप में मंच पर अनेक मान्यवर मंचासीन थे जिसमे कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. भारत शरण सिंह (अखिल भारतीय महामंत्री, भारतीय शिक्षण मंडल एवं अध्यक्ष, निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, भोपाल, म.प्र.) थे। अतिथि के तौर पर श्री विनीत नवाथे (कार्यवाह, मालवा प्रान्त) तथा डॉ. प्रवीण ठकराल (अध्यक्ष, मालवा प्रान्त, भारतीय शिक्षण मंडल) विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का सूत्र संचालन श्री लक्क्ष्मीकांत त्रिपाठी
( मंत्री, मालवा प्रान्त भारतीय शिक्षण मंडल) जी ने किया। इस कार्यक्रम को सफल करने के लिए मालवा प्रान्त की कार्यकारणी के सभी सदस्य…. विमल शर्मा, दुष्यंत कुंटे, मनोज गुप्ता, राजश्री भिलवारे, नीलू दूबे, सुमित सिंह मुनटेजा, आकाश धनगर आदि ने परिश्रम लिया