अयोध्या की तर्ज पर वीर बगीची में भी मनेगी दीपावली
11 हजार दीपों से जगमगम होगा अलीजा सरकार का दरबार

इंदौर। अयोध्या की तर्ज पर वीर बगीची में भी मनेगी दीपावली, 11 हजार दीपों से जगमगम होगा अलीजा सरकार का दरबार श्री वीर अलीजा हनुमान मंदिर में तीन दिवसीय महोत्सव 22 जनवरी से गादीपति श्री पवनानंदजी महाराज के कर कमलों से होगा मुख्य द्वार का अनावरण, कई विद्वानों के साथ ही शहर के गणमान्य नागरिक करेंगे शिरकत राजस्थान और उड़ीसा के कारीगरों ने मकराना मार्बल पर की आकर्षक नक्काशी, डेढ़ साल में बनकर तैयार हुआ मुख्य द्वार श्रीश्री 1008 श्री बाल ब्रह्मचारी श्री प्रभुवानंदजी सद्गुरूदेव भगवान का सप्तम पुण्य स्मरण पर आयोजित होंगे कई धार्मिक कार्यक्रम इन्दौर 11 जनवरी। पंचकुईया रोड़ स्थित 400 साल पुरानी वीर बगीची में तीन दिवसीय महोत्सव 22 से 24 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। वीर अलीजा हनुमान मंदिर पर आयोजित होने वाले मुख्य द्वार अनावरण एवं पुण्य स्मरण कार्यक्रम के लिए शहर के विद्वानों के साथ ही अन्य राज्यों के साधु-संतों को भी आमंत्रित किया गया है। महोत्सव में दीपदान उत्सव, सुंदरकांड, भजन संध्या के साथ ही धर्मसभा भी आयोजित होगी। जिसमें विद्वान वक्ता सभी भक्तों को विभिन्न सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर सभा को संबोधित करते हैं। श्रीश्री 1008 श्री बाल ब्रह्मचारी प्रभुवानन्दजी सद्गुरू महाराज के शिष्य गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनानंदजी महाराज ने बताया कि महोत्सव की शुरूआत सोमवार 22 जनवरी को सांय 6 बजे महाआरती, दीपदान उत्सव, सुंदरकांड व प्रसादी वितरण के साथ होगी। सुबह के सत्र में अलीजा सरकार का अभिषेक पूजन का क्रम चलेगा। मंगलवार 23 जनवरी को सांय 6 बजे आरती के पश्चात द्वारकामंत्री की भव्य भजन संध्या आयोजित होगी। जिसमें द्वारकामंत्री अपने भजनों से सभी भक्तों को थिरकाएंगे। तीन दिवसीय महोत्सव का मुख्य उत्सव बुधवार 24 जनवरी को आयोजित होगा। जिसमें शाम 4.30 बजे अलीजा सरकार की महाआरती के पश्चात शाम 5 बजे मुख्य द्वार का अनावरण गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनानंदजी महाराज करेंगे। कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन, आवास एवं संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मैंदोला, वरिष्ठ समाजसेवी महेश दलोदरा एवं विनोद अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे। अनावरण के पश्चात धर्मसभा आयोजित होगी जिसमें विभिन्न सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर साधु-संत सभी भक्तों को अपने आशीर्वचन देंगे। साधु-संतों का मिलेगा सान्निध्य वीर बगीची में आयोजित तीन दिवसीय महोत्सव में सभापति परम पूज्य मुक्तानंदजी (श्री पंच अग्नि अखाड़ा), महामण्डलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंदगिरीजी महाराज (अन्नपूर्णा पीठाधीश्वर), पूज्य गुरूदेव डॉ. स्वामी दिव्यानंदजी महाराज (हरिद्वार) एवं महंत श्री सम्पूर्णानंदजी ब्रह्मचारी सचिव श्री शम्भुपंच अग्नि अखाड़ा शामिल होंगे। डेढ़ वर्ष में तैयार हुआ मुख्य द्वार गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनानंदजी महाराज ने बताया कि वीर बगीची के मुख्य द्वार के निर्माण में डेढ़ वर्ष का समय लगा है। जयपुर और उड़ीसा के कारिगरों ने मकराना मार्बल (संगमरमर) पर आकर्षक नक्काशी कर इसे मूर्तरूप दिया है। 50 फीट के इस भव्य द्वार की छटा अब बाहर से ही देखते बनती है। सबसे बड़ा द्वार 20 फीट का बनाया गया है तो वहीं आसपास 10-10 फीट के छोटे द्वार बनाए गए हैं। राम मंदिर की प्रतिकृति रहेगी आकर्षण का केंद्र अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की तर्ज पर वीर बगीची में भी दीपावली जैसा उत्सव मनाया जाएगा। तीन दिवसीय महोत्सव में जहां मंदिर के बाहरी हिस्से को राम मंदिर की प्रतिकृति स्वरूप सजाया जाएगा तो वहीं गर्भगृह में विराजित अलीजा सरकार का तीनों ही दिन अलग-अलग थीम पर श्रृंगार होगा। 22 जनवरी को 11 हजार दीपों से वीर बगीची को रोशन कर भव्य आतिशबाजी भी की जाएगी। मंदिर परिसर व मुख्य मार्ग पर भगवा ध्वज फहराएं जाएंगे।